किसी भी फिल्म या अभिव्यक्ति के किसी भी माध्यम पर पाबंदी की मांग उचित नहीं है। इस लिहाज से 'द केरल स्टोरी' पर पाबंदी की मांग भी ग़लत है- भले ही वह कैसी भी फिल्म हो। कई फिल्मकार भी यही मानते हैं जिनमें शबाना आज़मी तक शामिल हैं।