दो नये जजों की नियुक्ति के साथ सुप्रीम कोर्ट में स्वीकृत जजों की संख्या 34 के साथ यह पूरी हो गई है। नये जजों की नियुक्ति के साथ ही अब सुप्रीम कोर्ट फुल बैंच के साथ काम करेगी।
जजों की नियुक्ति को लेकर सरकार और केंद्र सरकार के बीच टकराव के बीच अब फिर से क़ानून मंत्री किरण रिजिजू ने सुप्रीम कोर्ट पर तंज कसा है। जानिए उन्होंने क्या कहा है।
सुप्रीम कोर्ट में
नियुक्ति के लिए इन पांच जजों के नाम 13 दिसंबर से सरकार के पास लंबित थे। इसके अलावा कॉलेजियम
ने दो और बचे नामों की सिफारिश भी फिछले हफ्ते कर दी है।
दिल्ली हाईकोर्ट के रिटायर्ड
जज आर एस सोढ़ी का यह इंटरव्यू ऐसे समय आया है जब केंद्र सरकार और न्यायपालिका को
लेकर जजों की नियुक्ति के लिए बने कोलोजियम पर खींचतान चल रही है।
संविधान के मूल ढाँचा का सुप्रीम कोर्ट का सिद्धांत मोदी सरकार को खटकता क्यों है? आख़िर एक के बाद एक बयान संसद की सुप्रीमेसी पर क्यों आ रहे हैं? जानिए, अब क़ानून मंत्री किरेण रिजिजू ने क्या कहा।
चीन से लगती सीमा क्षेत्र में क्या कांग्रेस के समय कुछ भी बुनियादी ढाँचे का विकास नहीं किया गया था? आख़िर बीजेपी सरकार में क़ानून मंत्री किरण रिजिजू ने कांग्रेस सरकार में रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी के एक पुराने बयान वाले वीडियो को साझा कर क्या दावा किया है?
सुप्रीम कोर्ट और सरकार के बीच जंग चल रही है । क़ानून मंत्री अदालत पर जमकर हमले बोल रहे हैं । कभी कोलेजियम के बहाने तो कभी पेंडिंग केसेस को लेकर । यहाँ तक कहा गया कि जजों की नियुक्ति में राजनीति होती है । कोर्ट ने सरकार को आगाह किया है । अब सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट की साख को ख़त्म कर रही है । क्या सरकार ऐसा कर रही है ?
उच्च न्यायपालिका में खाली पदों का मुद्दा आख़िर क्यों लटका है? क्या वजह पता है? और यदि ऐसा है तो इसका समाधान क्यों नहीं हो रहा है? जानिए, क़ानून मंत्री क्या कहते हैं।
जजों की नियुक्ति पर बवाल । क़ानून मंत्री के लगातार बयानों पर सुप्रीम कोर्ट ने चुप्पी तोड़ी । कहाँ ऊँचे पदों पर बैठे लोगों को ऐसा नहीं कहना चाहिये । सरकार और कोर्ट में बवाल क्यों ? आशुतोष के साथ चर्चा विनोद शर्मा, आशीष खेतान, विराज गुप्ता, फ़िरदौस मिर्ज़ा और अशोक बागड़िया ।