खुद को चुनावी रणनीतिकार कहने वाले प्रशांत किशोर उर्फ पीके को जेडीयू ने बिजनेसमैन बताया है। पीके जेडीयू में फिर से घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। जेडीयू चीफ ललन सिंह ने शनिवार 17 सितंबर को उन पर कड़ा हमला बोला है।
क्या बिहार में नीतीश कुमार के जेडीयू और बीजेपी गठबंधन के बीच अब फिर से तनातनी नई ऊँचाई पर पहुँच गई है? जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने साज़िश रचने का आरोप क्यों लगाया?
नीतीश कुमार ने ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का मन पहले ही बना लिया था। ललन सिंह के नाम का औपचारिक एलान भले 31 जुलाई को हुआ हो, लेकिन इसकी पटकथा तो सात जुलाई को ही लिखी गई।