देश का नाम बदल देने से क्या बदल जाएगा? क्या देश का नाम भारत कर देने से अडानी-अंबानी का कब्ज़ा ख़त्म हो जाएगा? क्या आम आदमी को देश की दौलत में ज़्यादा हिस्सा मिलने लगेगा? क्या ये हथकंडा अडानी कांड से ध्यान हटाने की चाल नहीं है? ऊंची जाति के मध्यवर्गीय हिंदुओं का तुष्टिकरण भर नहीं है?
विपक्ष ने आरोप लगाया है कि विपक्षी मोर्चे 'इंडिया ' से इतनी डर गई कि प्रेसिडेंट आफ़ इंडिया की जगह भारत कर दिया. करीब दस साल तक मोदी खेलों इंडिया, कूदो इंडिया, दौड़ों इंडिया करने के बाद' भारत ' याद कर रहें है. पर राहुल गांधी तो पहले ही भारत जोड़ों यात्रा कर चुके हैं. आज की जनादेश चर्चा
सरकार और उसके मुखपत्रों द्वारा इस बात पर बहुत बहस की जा रही है कि एक राष्ट्र-एक चुनाव का फॉर्मूला भारत के लिए आदर्श क्यों है।
इस कदम के पक्ष में कई कमजोर तर्क दिये जा रहे थे। लेकिन क्या इससे देश और हमारे लोकतंत्र को फायदा होगा? यह लाख टके का सवाल है।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई क़ुरैशी हमें बता रहे हैं.
मुंबई में INDIA गठबंधन की बैठक ख़त्म । कई बड़े फैसले लिये गये । लेकिन सबसे बड़ा सवाल कैसे हारेगी बीजेपी 2024 के चुनाव में । क्या इस बारे में इंडिया गठबंधन के पास है कोई पुख़्ता रणनीति ? कांग्रेस कैसे करेगी मोदी का सामना ? विधानसभा चुनावों के नतीजे क्या लोकसभा में भी दिखेंगे ? आशुतोष ने जाना कांग्रेस की बेहद तेज़तर्रार प्रवक्ता और सोशल मीडिया टीम की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत से
क्या विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की एकता पक्की हो गई है? अगर हाँ तो बीजेपी को हराने के लिए उसके सामने अब सबसे बड़ी अड़चन क्या है? क्या एक नेता और एक एजेंडा की ज़रूरत है? या फिर एक ऐसी गुत्थी है जिसे वो सुलझा ले तो बीजेपी चारों खाने चित हो जाएगी?
मुंबई में “इंडिया” की बैठक । इस बैठक में 2 नये दस शामिल हो रहे हैं । लेकिन सबसे बड़ा सवाल कि इंडिया की तरफ़ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा ? क्या ऐसा करना उचित रणनीति होगी ? क्या चेहरा देना ज़रूरी है ? आशुतोष के साथ चर्चा में जावेद अंसारी, शीतल पी सिंह, लक्ष्मण यादव, प्रो रविकांत, सिद्धार्थ कलहंस और प्रेम कुमार ।
मुंबई में I.N.D.I.A की बैठक । कनवीनर के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा की उम्मीद ! क्या I.N.D.I.A सीटों के बँटवारे का फ़ार्मूला तय कर पायेगा ? मोदी को कैसे हराया जाये, इस पर कोई रणनीति को अंतिम रूप दिया जा सकेगा ?
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि मोदी सरकार इसी दिसंबर में लोकसभा चुनाव करा सकती है. इसके लिए अभी से हेलीकॉप्टर आदि बुक करा लिए गए हैं. आज की जनादेश चर्चा.
मोदी आज बीजेपी के सर्वेसर्वा है । लेकिन उनके बाद कौन हो सकता है उनका उत्तराधिकारी ? अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, नितिन गड़करी या राजनाथ सिंह या कोई और । कौन है जनता की पसंद ? आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, विवेक देशपांडे, अजय आशिर्वाद और उत्कर्ष सिन्हा ।
कांग्रेस ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी में नौजवान चेहरों को भी तरजीह दी है. इसमें वे चेहरे हैं जो आक्रामक हैं, ऊर्जावान हैं और शानदार वक्ता भी. लोकसभा चुनाव में ये क्या कमाल दिखाएंगे? आज की जनादेश चर्चा.
प्रधानमंत्री का 15 अगस्त का भाषण बताता है कि भाजपा 2024 का लोकसभा चुनाव अमेरिकी स्टाइल में शख्सियत केंद्रित बनाना चाहती है। इसीलिए मोदी अब खुद को केंद्र में रखकर हर बात कह रहे हैं। पत्रकार सुदीप ठाकुर ने पीएम के भाषण का विश्लेषण अलग तरह से किया है।
कांग्रेस की छवि में बदलाव दिख रहा है। राहुल को अब कोई पप्पू नहीं कहता । उनकी लोकप्रियता में भी इज़ाफ़ा हो रहा है । ये बात दो चुनावी सर्वे से सामने आयी है । ये बीजेपी के लिये ख़तरे की घंटी है । आशुतोष ने सर्वे के आँकड़ो पर कार्तिकेय बत्रा से बात की ।
दिल्ली में लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच अभी से रस्साकशी शुरू हो चुकी है। 2024 में दिल्ली की लोकसभा सीटों पर दोनों पार्टियों के बीच क्या कोई तालमेल हो सकता है। बता रहे हैं पत्रकार यूसुफ अंसारीः
2024 चुनावों में क्या होगा ? क्या मोदी तीसरी बार सरकार बनायेंगे या फिर INDIA गठबंधन क़ो मौक़ा मिलेगा ? अगर अभी लोकसभा चुनाव हो तो कितनी सीटें मिलेगी NDA और INDIA को ? महाराष्ट्र, बिहार में किसका पाला भारी रहेगा ? कर्नाटक, यूपी और बंगाल में कौन आगे रहेगा ? ETG Research और Times Now ने survey किया है, जाने कितनी सीटें मिलेगी ।
पंद्रह अगस्त को देश प्रधानमंत्री को सुनता है कि वो देश के सामने क्या विजन रखते हैं । इस दिन उनसे उम्मीद देश करता है कि वो राजनीति से दूर रहेंगे लेकिन इस बार वो वोट माँगते दिखे और जनादेश का अनादर करते हुए खुद को 2024 चुनाव में विजयी भी घोषित कर दिया ? क्या ये प्रधानमंत्री को शोभा देता है ? क्या वो नर्वस है इसलिये अभी से माहौलबंदी में लग गये है ?