मोदी ने आज लाल किले से लंबा भाषण दिया और अगले साल का भी वादा किया. इसपर खड़गे ने कहा, वे अगले साल अपने घर पर झंडा फहराएंगे. मोदी के आज के भाषण पर आज की जनादेश चर्चा.
संसद में प्रधानमंत्री के भाषण के बाद मणिपुर को लेकर देश में निराशा का माहौल बरकरार है। स्तंभकार वंदिता मिश्रा का कहना है कि कॉंग्रेस का भूत और प्रधानमंत्री के अपने व्यक्तिगत सपनों का भविष्य उनका पीछा छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
सांसदों के साथ बैठक में मोदी ने कहा कि चुनाव जीतने के लिये सिर्फ राम मंदिर पर भरोसा नहीं करे । क्यों उन्होंने कहा कि बीजेपी के सांसद लोगों को बताये कि सरकार ग़रीबी से लड़ रही है और सरकार ने जो कल्याणकारी काम किये है उसकी जानकारी लोगों को दे ? तो क्या मोदी को लगने लगा है कि हिंदू वोटर खिसका रहा है ? आशुतोष के साथ चर्चा में शरद गुप्ता, हरि कुमार, शिवकांत और काशी यादव ।
पीएम मोदी भले ही संसद में नहीं आ रहे हों लेकिन वो एक बहुत महत्वपूर्ण मिशन पर काम कर रहे हैं। 2024 के चुनाव के मद्देनजर वो एनडीए के सांसदों से अलग-अलग क्षेत्र के हिसाब से बैठक कर रहे हैं और उन्हें चुनाव के नुस्खे भी बता रहे हैं, उनका मनोबल भी बढ़ा रहे हैं।
लोकसभा चुनाव की कांग्रेस ने भी तैयारियां तेज कर दी है। बुधवार को दिल्ली में कर्नाटक के तमाम बड़े पार्टी नेताओं के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की बैठक की है।
प्रधानमंत्री लगातार ‘इंडिया’ पर क्यों हमला कर रहे है ? क्यों कभी आंतकवादी संगठनों के तुलना कर रहे हैं और कभी बता रहे हैं फ्राड कंपनी ? क्या उन्हें विधानसभा चुनावों में हार का ख़तरा सता रहा है ? आशुतोष के साथ चर्चा में पार्थ बनर्जी, राहुल देव, जय मुर्ग़ और राजेश जोशी ।
राहुल गाँधी ऐसा क्यों कह रहे हैं कि बीजेपी और संघ सत्ता के लिए देश में आग़ लगा देंगे? क्या मणिपुर के गृहयुद्ध के मद्देनज़र ऐसा कहना ठीक है? क्या उन्होंने उत्तेजक बयान दिया है या वे सोच-समझकर बोल रहे हैं? क्या ये मोदी के बयानों की ये स्वाभाविक प्रतिक्रिया है?
मोदी सरकार चाहती थी कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाए और विपक्ष जाल में फंस गया? माहौलबंदी में INDIA ने मोदी सरकार पर बाज़ी मार ली? क्या विपक्ष को जीत का फॉर्मूला मिल गया है? बीजेपी अविश्वास प्रस्ताव चाहती थी या उससे बचना चाहती थी? आलोक जोशी के साथ प्रोफेसर अभय दुबे।
मोदी क्यों INDIA से इतने कुपित हैं ? क्यों उसका तुलना Indian Mujahideen और IPF से कर रहे हैं ? क्या विपक्ष एक आतंकी संगठन है ? क्या ये तुलना लोकतांत्रिक है ? क्या वो राजनीतिक परंपरा की सारी सीमाएं लांघ रहे हैं ? आशुतोष के साथ चर्चा में सुरेंद्र राजपूत, तूहीन सिन्हा, रशीद किदवई, नरेश कौशिक और राजेश जोशी ।
मणिपुर में हिंसा को लेकर देश भर में बढ़ रहा गुस्सा क्या कहता है? क्या मणिपुर संकट ने सरकार की क्षमताओं और नीयत से भरोसा उठा दिया है? इस नाकामी से मोदी की राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय छवि को कितना धक्का पहुँचा है? क्या अब उनकी छवि एक नकारे शासक और सत्ता-लोभी नेता की बनती जा रही है?
26 दलों का गठबंधन बना । नाम INDIA . क्या है ये इंडिया ? कैसे ये लड़ेगा बीजेपी से ? क्या से देश की राजनीति में बड़े बदलाव का संदेश है ? और आगे इंडिया को क्या करना होगा ? अगर मोदी को हराना है तो ? आशुतोष ने बात की मशहूर राजनीतिक विश्लेषक योगेन्द्र यादव से ।
विपक्षी दलों की एकजुटता क्या बीजेपी के लिए 2024 में बड़ी मुश्किल खड़ी करने वाली है? जानिए, विपक्षी दलों की बैठक को लेकर प्रधानमंत्री ने बेहद तीखा हमला क्यों किया।
बिहार में भाजपा लोकसभा चुनाव को बहुत परेशान है. गठबंधन का मुकाबला कैसे करे जिसमें बड़े बड़े दिग्गज शामिल हैं. भाजपा छोटे छोटे दलों को जोड़ रही है. इसी सिलसिले में चिराग पासवान को भी न्यौता दे दिया है. पर क्या ये दल लोकसभा की चार सीट भी दिला पाएंगे?आज की जनादेश चर्चा.