यूपी विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत सोमवार 20 जनवरी को हंगामेदार रही। सपा और रालोद के विधायकों ने सदन के अंदर और बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। सदन में गवर्नर वापस जाओ के नारे लगे।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत में मजबूत माने जाने वाले राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी को उम्मीदवार बनाकर अखिलेश यादव ने सपा-लोकदल के गठबंधन को एकजुट रखने की कोशिश की है।
पश्चिमी यूपी में रालोद की भूमिका महत्वपूर्ण है। 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रालोद और उसके अध्यक्ष जयंत चौधरी को घेरा जा रहा है। रालोद यूपी के अध्यक्ष मसूद अहमद के आरोप भी उसी का हिस्सा हैं। रालोद ने मसूद के आरोपों को खारिज कर दिया।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जयंत चौधरी बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं। एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू में रालोद प्रमुख जयंत ने बीजेपी पर तीखा हमला किया है।
जातियों की सियासत के लिए पहचाने जाने वाले उत्तर प्रदेश में बीएसपी ने ब्राह्मण सम्मेलन शुरू किए तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनाधार रखने वाली राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) ने इसके जवाब में भाईचारा सम्मेलन की शुरुआत की है।