संयुक्त राष्ट्र के पैनल ने जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग पर बहुत ही गहरी चिंता जताते हुए कहा कि पहले जो अनुमान लगाया गया था, स्थिति दरअसल उससे कही अधिक बुरी हो चुकी है। कई शहर ग्लोबल वार्मिंग के हॉटस्पॉट बन चुके हैं, समुद्र का जल स्तर पहले के अनुमान से अधिक तेजी से बढ़ रहा है, जिसे पहले की स्थिति में लाने में हज़ारों साल लग जाएंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जलवायु में जो नुक़सान हो चुका है, उसकी भरपाई शायद अब मुमकिन नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र के इंटर गवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) की छठी रिपोर्ट है।
इसमें अलग-अलग भौगोलिक इलाक़ों और अंत में कुल मिला कर पूरी दुनिया पर पड़े रहे परिवर्तनों का आकलन किया गया है।



























