शाहरुख़ ख़ान की ‘पठान’ देश में पांच सौ करोड़ और विदेश में हज़ार करोड़ का कारोबार करने वाली फिल्म हो गई है। हालाँकि जो लोग ‘पठान’ के बहिष्कार के विरुद्ध शाहरुख़ ख़ान का समर्थन करने के लिए यह फिल्म देखने गए थे, वे ‘पठान’ देखकर ख़ासे मायूस हुए। उनकी नज़र में यह एक वाहियात फिल्म है जिसमें न कोई कहानी है न संवेदना, बस बहुत सतही क़िस्म के राष्ट्रवाद का बहुत जाना-पहचाना और पिटा हुआ घोल है।