क्या गायें हमारे देश में सिर्फ़ राजनीति के लिए ही इस्तेमाल की जाती हैं या सरकार को वाक़ई उनकी चिंता है? महाराष्ट्र में पशु गणना के जो आँकड़े आए हैं उसके हिसाब से तो गाय या गोवंश राजनीतिक खेल ज़्यादा नज़र आता है और सरकार द्वारा उनके संवर्धन और संरक्षण के लिए किए गए उपाय कम।
गो रक्षा का दम भरने वाली बीजेपी के शासन में कम क्यों हो गयीं गायें?
- महाराष्ट्र
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- 20 Jan, 2020

महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार के दौरान 2019 में गणना के अनुसार खेती में प्रयोग किए जाने वाले बैलों की संख्या में 32% तथा दूध देने वाली गायों की संख्या में 13% की कमी आयी है।
महाराष्ट्र में हर पाँच साल में पशु गणना होती है। पिछली गणना साल 2012 में हुई थी और उसके बाद साल 2017 में की जानी थी लेकिन उसमें दो साल की देरी हुई और यह गणना 2019 में हुई। राज्य सरकार ने पशु गणना के ये आँकड़े एक रिपोर्ट के साथ केंद्र सरकार को भेज दिए हैं। लेकिन आँकड़ों को देखें तो मुख्यतः गोवंश को लेकर स्थिति भयावह है। प्रदेश में खेती में प्रयोग किए जाने वाले बैलों की संख्या में 32% तथा दूध देने वाली गायों की संख्या में 13% की कमी आयी है।