साल 2020 राम-राम करते बीत गया। एक ऐसा साल जिसे भूलना ही बेहतर होगा। पर क्या वाक़ई भुलाया जा सकेगा? शायद कभी नहीं। कुछ साल, कुछ दिन, कुछ तारीख़ें नहीं भूली जातीं। शायद इसीलिये वो इतिहास में दर्ज हो जाती हैं। कुछ परंपरा का हिस्सा बन के आगे इतिहास को नया मोड़ देती हैं तो कुछ एक ख़ौफ़नाक सपने की तरह रह-रहकर डराती हैं।