भारत में अपने सबसे बड़े हमले से पाकिस्तानी आतंकवादी गुट जैश-ए-मुहम्मद ने यह साफ़ संकेत दे दिया है कि वह कश्मीर घाटी में तेज़ी से उभर रहा है। उसका यह उभार ऐसे समय हो रहा है जब अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी फ़ौज़ लौटने वाली है और जैश को संचालित करने वाला आईएसआई तालिबान के ज़रिए काबुल पर कब्जा करने की तैयारी में है। तो क्या तालिबान-आईएसआई-जैश का त्रिकोण कश्मीर को बुरी तरह अस्थिर करने की फिराक में है? यह सवाल उठना लाज़िमी है।