करौली में हुई सांप्रदायिक हिंसा और राजगढ़ में मंदिर तोड़े जाने की घटना के कारण राजस्थान की सियासत पहले से ही गर्म है। अब जोधपुर में सांप्रदायिक तनाव हुआ है।
सचिन पायलट लंबे वक्त से मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व के लिए अशोक गहलोत को हटाना आसान नहीं है। ऐसी सूरत में क्या राजस्थान कांग्रेस में फिर घमासान होगा?
अलवर में मंदिर तोड़े जाने को लेकर राजस्थान की सियासत गरमा गई है। बीजेपी और कांग्रेस इस मामले में आमने-सामने हैं। क्या बीजेपी इस मामले में गहलोत सरकार को घेरने में कामयाब रही है?
अलवर में मंदिर तोड़े जाने के मामले में फैसला राजगढ़ नगरपालिका ने लिया था और यहां बीजेपी काबिज है। लेकिन इसके बाद भी वह कांग्रेस पर हावी होती दिखाई दी। हालांकि कांग्रेस ने भी उसे भरपूर जवाब दिया।
मधुलिका सिंह कहती हैं कि उन्होंने इंसानियत के नाते से लोगों को बचाया। करौली में 2 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान हिंसा हुई थी और उसके बाद आगजनी भी हुई थी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत अपने बेटे वैभव गहलौत की वजह से विवादों में घिर गए हैं। वैभव के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। बीजेपी ने दबाव बढ़ा दिया है।
कभी गुजरात के तत्कालीन गृह मंत्री अमित शाह को लेकर एक कड़ा फ़ैसला देने वाले जस्टिस अकील कुरैशी ने जानिए, अपनी विदाई को लेकर भावुक भाषण में क्या-क्या कहा।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को देशभर में किसानों ने विश्वासघात दिवस मनाया। मोर्चा ने कहा है कि वो 3 फरवरी को मिशन यूपी के अगले चरण की घोषणा करेगा। हम बीजेपी को हराए बिना चैन से नहीं बैठेंगे। जानिए एसकेएम ने और क्या कहा।