कांग्रेस ने रविवार को बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अगर वह राज्य विधानसभा चुनाव जीतती है तो वह कर्नाटक में ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) सूची में श्रेणी 2 बी के तहत मुसलमानों को दिए गए 4% आरक्षण को बहाल करेगी।
राजनीति में 'इत्तेफाक' कुछ भी नहीं होता। सारा खेल रणनीतिक होता है। राहुल गांधी के साथ जो हो रहा है, वो इत्तेफाक नहीं है। सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। इत्तेफाक से वरिष्ठ पत्रकार वंदिता मिश्रा ने इसी का जायजा अपने साप्ताहिक कालम में लिया है। पढ़िए और समझिए।
सीपी जोशी ने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत आरआरएस की इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की, एबीवीपी में रहते हुए ही वे छात्रसंघ के अध्य़क्ष चुने गये। उसके बाद जिला पंचायत समिति के सदस्य और बाद में भदेसर से उप प्रधान भी बने। उसके बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़ गये जहां कई पदों पर रहने के बाद वे राजस्थान बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने।
संसद में गतिरोध जारी है। बीजेपी सांसदों की नारेबाजी और विपक्ष के जवाब के बीच दोनों सदन स्थगित कर दिए गए। इस बीच विपक्षी सांसदों ने अडानी के मुद्दे पर फिर प्रदर्शन किया।
भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ जो विवाद खड़ा किया है, जल्द ही उस विवाद के गुब्बारे की हवा निकलने वाली है। राहुल के खिलाफ लाए गए तमाम प्रस्ताव ठंडे बस्ते में डाल दिए जाएंगे, क्योंकि भाजपा राहुल पर जितना आक्रामक होगी, राहुल का कद उतना ही बढ़ेगा। ऐसे में भाजपा ऐसा जोखिम भला क्यों लेगी।
दिल्ली में पीएम मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाने पर बड़े पैमाने पर एफआईआर दर्ज की गई है और 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दो साल पहले भी मोदी विरोधी पोस्टर दिल्ली में नजर आए थे। आखिर कौन है इसके पीछे, जानिएः
भारत में तमाम लोग भले ही न सहमत हों लेकिन अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि बीजेपी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक दलों में से एक है। हालांकि अमेरिकी पत्रकार रसेल मीड ने अपने लेख में संसद में चल रहे घटनाक्रम का जिक्र नहीं किया है। रसेल ने यह भी नहीं जानने की कोशिश की है कि भारत में बीजेपी को कितने प्रतिशत वोट मिले हैं और उसके विरोधी जो बिखरे हुए हैं, उन्हें कितने फीसदी वोट मिले हैं।
सकल हिंदू समाज की इन रैलियों को मुख्य एजेंडा मुसलमानों के खिलाफ नफरत का प्रचार प्रसार करना होता है।12 मार्च को मुंबई के मीरा रोड पर हुई एक रैली, इस्लामिक कट्टरता, लव जिहाद और लैंड जिहाद के खिलाफ भाषण दिए गए। यहीं पर कुछ वक्ताओं ने मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार भी का आह्वान किया।
संसद के बजट सत्र में आज दूसरे हफ्ते की शुरुआत भी हंगामे से हुई। पूरे दिन सदन 10 मिनट चला और इस दौरान सिर्फ हंगामा होता रहा। विपक्षी सांसदों ने अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के घर पुलिस भेजने के मामले उठाने के नोटिस दिए हैं।
डॉ. मनमोहन सिंह जब भारत के प्रधानमंत्री थे और पूरी दुनिया में उनकी आर्थिक नीतियों का डंका बज रहा था, तो उस समय भी बीजेपी ने उन्हें टारगेट किया था। बहुत निचले स्तर के आरोप लगाए थे। अब उसी अंदाज में राहुल गांधी को भी बीजेपी टारगेट कर रही है। लेकिन राहुल गांधी को देशद्रोही साबित कर पाना बीजेपी के लिए आसान नहीं होगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष से आगे बात करने और सदन की कार्यवाही शुरू करने की पेशकश की है। लेकिन उन्होंने नियम मानने की शर्त का भी उल्लेख किया है। अमित शाह की पेशकश का फोकस मुख्य रूप से कांग्रेस है। जानिए और क्या कहा अमित शाह नेः
भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर ब्रिटेन में दिए गए राहुल गांधी के बयान पर आज फिर से संसद में हंगामा हुआ। इस पर कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया है। जानिए मोदी सरकार को लेकर इसने क्या कहा।
संसद आज चौथे दिन भी ठप है। राहुल गांधी के लंदन वाले भाषण को लेकर बीजेपी सांसदों ने फिर से माफी की मांग की और हंगामा किया। विपक्ष ने अडानी मुद्दे पर नारे लगाए। इसके बाद शोर मचा और सदन स्थगित कर दिया गया। संसद वापस 2 बजे फिर जुटी, एक मिनट बाद कार्यवाही स्थगित।