किसी भी कल्याणकारी राज्य में सरकार का पहला कर्तव्य उसके नागरिकों के स्वास्थ्य या चिकित्सा और शिक्षा पर सबसे ज्यादा ध्यान दे। लेकिन देश का सबसे सबसे मकबूल नेता अपने दस साल के शासन के बाद भी जब चुनाव जीतने के लिए अपने भाषणों में लाक्षणिक रूप से मछली, मीट, मंगलसूत्र और मुसलमान कह कर डराये, तर्क की जगह वितंडावाद का सहारा ले और नितांत व्यक्तिगत धार्मिक कर्मकांड को चुनाव प्रचार का हिस्सा बनाये तो देश का भविष्य सही हाथों में नहीं माना जा सकता है।