Satya Hindi news Bulletinहिंदी समाचार | जनसंख्या नियंत्रण पर CM नीतीश ने सेक्स एजुकेशन पर दिया अजीब बयान | तेजस्वी: नीतीश कुमार सेक्स एजुकेशन की बात कर रहे थे
नीतीश कुमार द्वारा आरक्षण बढ़ाने का प्रस्ताव क्या राष्ट्रीय राजनीति को बदल देगा? क्या इससे हिंदुत्व की राजनीति की हवा निकल जाएगी? पहले से ही जातिगत जनगणना के सवाल पर उलझी बीजेपी के लिए क्या ये घोषणा एक बड़ी आफ़त बन जाएगी?
बिहार सरकार ने बिहार विधानसभा में सामाजिक और आर्थिक रिपोर्ट पेश की है जिसमें राज्य के 34.13 प्रतिशत परिवारों की मासिक आय मात्र 6 हजार रुपये ही है। जानिए, अब उन्होंने जाति आरक्षण पर क्या कहा।
बिहार सरकार ने जाति जनगणना के आंकड़े जारी करने के बाद अब मंगलवार को बिहार विधानसभा में इसकी सामाजिक और आर्थिक रिपोर्ट पेश की है। इसमें राज्य की गरीबी से जु़ड़े आंकड़े सामने आये हैं।
जाति सर्वेक्षण के मुद्दे पर क्या बीजेपी बुरी तरह फँस गई है? आख़िर इस मुद्दे पर बीजेपी नेताओं के अलग-अलग बयान क्यों आ रहे हैं? कभी विरोध तो कभी समर्थन तो कभी कुछ और आरोप क्यों?
जाति जनगणना पर भाजपा असमंजस में नजर आ रही है। जाति जनगणना को लेकर पार्टी नेताओं से सलाह - मशविरे के लिए भाजपा नेतृत्व ने गुरुवार को पार्टी के विभिन्न नेताओं के साथ गुरुवार को दिल्ली में एक बैठक की है।
महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार में भी मराठा हैं, उसके पहले की सरकार में भी थे और जब सूबे में अकेले कांग्रेस की सरकार होती थी तब भी मराठा सत्ता में सर्वोपरि थे, तब मराठों को आरक्षण देने की मांग इतनी बलवती क्यों नहीं थी? अब क्यों है?
कांग्रेस लगातार जाति गणना की बात कर रही है । राहुल और मल्लिकार्जुन खडगे बार बार जाति गणना की माँग कर रहे हैं और प्रधानमंत्री को ललकार रहे हैं । कांग्रेस सरकार जाति गणना को लागू करने का वादा कर रहे है । क्या बदल रही है कांग्रेस ? क्या उसका कायांतरण हो रहा है ? क्या उसने बीजेपी को शह दे दी है ?
बिहार में हुई जाति गणना पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को इंकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट में जाति गणना के आंकड़ो को सार्वजनिक किए जाने के खिलाफ याचिका दायर की गई थी।
क्या है बीजेपी की चुनावी रणनीति ? क्यों वो साफ़ स्टैंड नहीं ले पाये जाति गणना पर ? क्या सवर्ण वोटों के डूबने का ख़तरा है ? क्यों मोदी जाति गणना को पाप बता रहे हैं ? क्या पहली बार बीजेपी की चुनावी रणनीति गड़बड़ा गई है ? आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, जावेद अंसारी, विवेक देशपांडे और अमिताभ तिवारी ।
मोदी क्यो लड़खड़ाये से दिखते हैं ? क्यों वो जाति गणना पर साफ़ स्टैंड नहीं ले पा रहे है ? क्यों नीतीश का बीजेपी छोड़ना पड़ गया बेहद महंगा ? क्यों 2024 की लड़ाई में पिछड़ रही है बीजेपी और विधानसभा चुनावों में हो जायेगा सफ़ाया ? आशुतोष के साथ विस्तार बात की जाने माने बुद्धिजीवी प्रो अभय कुमार दुबे से ।
जिस तरह दिल्ली के कई वरिष्ठ पत्रकारों को निशाना बनाते हुए उनके घर पर छापा पड़ा और पुलिस इन्हें ले गई उससे आपातकाल की याद आ गई। क्या यह मीडिया को धमकाने की कोशिश है? आज की जनादेश चर्चा
बिहार में जाति सर्वेक्षण के आँकड़े जारी होने के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने आख़िर क्यों कहा कि वे देश को जाति के नाम पर बांट रहे हैं? जानिए जाति जनगणना को लेकर उनकी राय क्या है।