बिहार की राजनीति में क्या बड़ा बदलाव होने वाला है? आरएलजेडी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नई दिल्ली में मुलाकात की है। जानिए आख़िर इसके क्या मायने हैं।
बिहार की राजनीति में उठापटक का नया दौर शुरू हो गया है। जेडीयू में उपेंद्र कुशवाहा ने बगावत का झंडा उठा लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किस तरह इसका सामना कर रहे हैं, जानिएः
बिहार में क्या कुछ बड़ा राजनीतिक उथल-पुथल होने वाला है? उपेंद्र कुशवाहा ने क्यों कहा कि जेडीयू में उनका भी हिस्सा है? जानिए उन्होंने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में क्या कहा।
उपेंद्र कुशवाहा की राजनीतिक गतिविधियां बता रही हैं कि वो बीजेपी के पाले में फिर से जाने को तैयार बैठे हैं। जेडीयू और नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि कुशवाहा ऐसा करने को आजाद हैं। आखिर क्यों कुशवाहा और जेडीयू नजदीक आते-आते दूर होते जा रहे हैं।
अब जब नीतीश कुमार ने यह साफ कर दिया है कि बिहार सरकार में दो उप मुख्यमंत्री नहीं होंगे तो सवाल सबसे बड़ा यही है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा क्या करेंगे। क्या वह जेडीयू में बने रहेंगे?
क्या नीतीश कुमार उपेंद्र कुशवाहा को अपनी कैबिनेट में उप मुख्यमंत्री बनाएंगे। अगर ऐसा होता है तो आरजेडी इस पर कैसी प्रतिक्रिया देगी और अगर उपेंद्र कुशवाहा को उप मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है तो वह कितने दिन जेडीयू में रहेंगे।
बीजेपी नेताओं के संपर्क में होने और एनडीए में वापस जाने की चर्चाओं को उपेंद्र कुशवाहा ने पूरी तरह खारिज कर दिया है। लेकिन इस तरह की चर्चाओं के पीछे आधार क्या है?
उपेंद्र कुशवाहा की अगुआई वाली राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का जनता दल यूनाइटेड में रविवार को विलय हो गया। जनता दल यूनाइटे़ड के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुशवाहा को तत्काल जनता दल राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष घोषित कर दिया।
बिहार चुनाव में महागठबंधन के सीएम चेहरे पर क्या बोले उपेन्द्र कुशवाहा? बिहार चुनाव को लेकर वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख और महागठबंधन से जुड़े उपेंद्र कुशवाहा से ख़ास बातचीत।