ईरानी फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों ने सरकार विरोधी प्रदर्शन के समर्थन में सोमवार को अपने विश्व कप के ग्रुप स्टेज मैच में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अपना राष्ट्रगान गाने से इनकार कर दिया। सितंबर महीने में पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान में सरकार के ख़िलाफ़ जबर्दस्त प्रदर्शन हो रहा है। वहाँ अब तक कम से कम पौने दो सौ लोगों की मौत हो चुकी है।
फीफा: ईरानी टीम ने सरकार विरोधी प्रदर्शन के समर्थन में नहीं गाया राष्ट्रगान
- दुनिया
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 - 21 Nov, 2022

 
ईरान में हिजाब सही से नहीं पहनने वाली 22 साल की लड़की की मौत के बाद ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शन को बड़ा समर्थन मिला। जानिए ईरान की फुटबॉल टीम ने फीफा वर्ल्ड कप में क्या किया।

दरअसल, ईरान में तूफ़ान मचा है। ऐसा इसलिए कि ईरान में 22 साल की लड़की महसा अमिनी की कुछ महीने पहले ही मौत हो गई है। आरोप है कि हिरासत में उनके साथ मारपीट के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें ईरान की मोरलिटी पुलिस यानी हिंदी में कहें तो 'नैतिकता बघारने वाली पुलिस' ने हिरासत में रखा था। महसा अमिनी का गुनाह इतना था कि उन्होंने कथित तौर पर ग़लत तरीक़े से हिजाब पहना था। उन्होंने अपने बालों को पूरी तरह से ढका नहीं था।





















