पांच महीने के अंतराल के बाद एक बार फिर असम में नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) के ख़िलाफ़ बड़े आंदोलन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। राज्य के प्रमुख छात्र संगठन ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के कार्यकर्ताओं ने 3 अगस्त को डिब्रूगढ़ की सड़कों पर मोटर साइकिल रैली निकाल कर सीएए के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया।
असम में सीएए के ख़िलाफ़ फिर प्रदर्शन, बड़े आंदोलन की सुगबुगाहट
- असम
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- 6 Aug, 2020

फ़ाइल फ़ोटो
बीजेपी सरकार ने आश्वासन दिया था कि असम समझौते के खंड 6 के कार्यान्वयन से स्थानीय लोगों की भाषाई पहचान, संस्कृति-विरासत की रक्षा और संरक्षण के लिए संवैधानिक, विधायी और प्रशासनिक सुरक्षा उपायों की गारंटी होगी और इसलिए उन्हें सीएए को लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए।
कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद से असम के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी सीएए विरोधी रैलियों को रोक दिया गया था।