सवाल एक दशक पुराना है. मैं परिवार सहित सड़क मार्ग से मिनिपोलिस ( अमेरिका) से एडीमॉन्टन ( कनाडा ) जा रहा था. मार्ग में ‘माउंट रश्मोर’ पड़ा. पहाड़ के शिखर पर चार विशाल आकृतियां चमक रही थीं. देश -विदेश से सैंकड़ों पर्यटकों की आंखें कतारबद्ध चारों मूर्तियों पर ज़मी हुई थीं. पत्थरों से निर्मित आकृतियों को देख देख कर गर्वीली टिप्पणियां कर रहे थे. जहां तक स्मृति साथ दे रही है, पर्यटक कहते थे : पहली आकृति ने अमेरिका को ब्रिटेन की दासता से मुक्त कराया और अमेरिकियों में स्वतंत्रता का बोध जन्मा; दूसरी ने सरकार कैसी होनी चाहिए का मार्ग और लोकतंत्र का रास्ता दिखाया; तीसरी ने आम श्रमिक के अधिकारों को रेखांकित किया; और अंतिम चौथी ने गुलामी से मुक्ति, समानता , स्वतंत्रता और जनता की सरकार का अहसास जगाया।
सिर्फ कह देने या जुमला उछालने से क्या यूएस और भारत महान बन जाएंगे
- विचार
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- 30 Apr, 2025

अमेरिका में जो कुछ हो रहा है, उसे भारतीय नजरिए से देखे जाने की जरूरत है। वरिष्ठ पत्रकार रामशरण जोशी अक्सर अमेरिका जाते रहते हैं और वहां के जनसामान्य को बहुत नजदीक से जानने की कोशिश करते हैं। उनका यह लेख अमेरिका के मौजूदा घटनाक्रम को भारतीय संदर्भों की वजह से पढ़ा जाना चाहिए।