अगर हम खालिस रंग की ही बात करें तो रंगों को लेकर हर समाज की अपनी पसंद और नापसंद होती है। यह किसी भी समाज के अतीत से निकलती है और कईं बार उसे भविष्य की ओर ले जाती है।
बांग्लादेश के निर्माण के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कह कर सबको हैरान कर दिया कि ढाका की मुक्ति के सत्याग्रह में उन्होंने हिस्सा लिया था और इसके लिए वह जेल भी गए थे।
सर्वोच्च न्यायालय ने देश की महिलाओं के पक्ष में एक ऐतिहासिक फ़ैसला कर दिया है। उसने भारत की फौज में महिलाओं को पक्की नौकरियाँ देने का प्रावधान कर दिया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने गत दिवस संसद में कहा है कि हमने कभी चुनाव हारने पर ईवीएम का रोना नहीं रोया। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि जब वह चुनाव में जीतता है तब कुछ नहीं कहता और हारने पर ईवीएम का रोना रोने लगता है।
पाँच राज्यों के चुनावों के नतीजे केंद्र सरकार, भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष की राजनीति पर असर डालेंगे। इनसे पता चलेगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ़ किस ओर जा रहा है।
स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को 23 मार्च, 1931 की सुबह जेल में फाँसी पर चढ़ा दिया गया। उनका लेख 'मैं नास्तिक क्यों हूँ?' 27 सितम्बर 1931 को लाहौर के अखबार 'पीपल' में प्रकाशित हुआ था। इसमें उन्होंने धर्म पर चोट की और खुद को नास्तिक बताया।
महात्मा गाँधी के इस देश की राजधानी दिल्ली की नाक के नीचे बसे ग़ाज़ियाबाद ज़िले के एक गाँव डासना में स्थित देवी के मंदिर में पानी की प्यास बुझाने के लिए प्रवेश करने वाले एक मासूम तरुण की ज़बरदस्त तरीक़े से पिटाई की जाती है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति के हिसाब से कल तीन महत्वपूर्ण घटनाएँ हुईं। एक तो अलास्का में अमेरिकी और चीनी विदेश मंत्रियों की झड़प, दूसरी मास्को में तालिबान-समस्या पर बहुराष्ट्रीय बैठक और तीसरी अमेरिकी रक्षा मंत्री की भारत-यात्रा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में संघ के सबसे महत्वपूर्ण निर्वाचित पद यानी सर कार्यवाह के लिए दत्तात्रेय होसबोले को चुन लिया गया है।