देश की अदालतों में लंबित मामले चिंता की कितनी बड़ी वजह होने चाहिए? 4 करोड़ से ज़्यादा लंबित मामले हैं। तो प्राथमिकता लंबित मामलों का निपटारा या फिर न्याय मिलने की भाषा होनी चाहिए?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। बंटवारे के खिलाफ हमेशा सतर्क रहें: सीजेआई रमना। हार्दिक : अभी तक कांग्रेस को 100% दिया, आगे भी देते रहेंगे
प्रधान न्यायाधीश रमना ने ये क्यों कहा कि सरकार द्वारा जजों की छवि ख़राब करने का एक ट्रेंड चल पड़ा है? छत्तीसगढ़ के एक मामले की सुनवाई के दौरान की गई उनकी टिप्पणी क्या बताती है कि न्यायपालिका निशाने पर है? क्या जजों पर दबाव बनाने के लिए इस तरह के हथकंडों का इस्तेमाल किया जा रहा है?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। नया ट्रेंड है कि सरकार भी जजों को बदनाम करने लगी है: CJI। भारत में 10 अप्रैल से 18 साल से अधिक वालों को बूस्टर डोज़
क्या अब ऐसी नौबत आ गई है कि जो समस्याएँ और मुद्दे लोकसभा और राज्यसभा में उठाए जाने चाहिए वे अब सुप्रीम कोर्ट में उठाए जा रहे हैं? जानिए भारत के मुख्य न्यायाधीश ने क्या कहा।
सीबीआई की विश्वसनीयता में क्या गिरावट आई है? सीजेआई ने क्यों कहा कि शुरुआती दौर में सीबीआई के पास जनता का अपार विश्वास था, लेकिन हाल के वर्षों में इसकी विश्वसनीयता सवालों के घेरे में आ गई है?
मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना 13 अगस्त को रिटायर होने जा रहे हैं। इस लिहाज़ से उनके पास कुल सात महीने बचे हैं। इन सात महीनों में क्या वह लोकतंत्र, स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों से जुड़े कुछ ऐतिहासिक फ़ैसले लेंगे?
ईडी की कार्रवाई पर विपक्षी दल सवाल उठाते रहे और वे केंद्र के इशारे पर राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई का आरोप लगाते रहे हैं। अब सुप्रीम कोर्ट ने एजेंसी को तगड़ा झटका दिया है।
दिल्ली में प्रदूषण के स्तर बढ़ने और सीजेआई एनवी रमना की टिप्पणी के बाद केजरीवाल सरकार ने कई क़दम उठाए हैं। जानिए, स्कूल, सरकारी कार्यालयों व निर्माण कार्यों को लेकर क्या हुआ फ़ैसला।
अदालतों में खाली पदों सरकार की प्रतिक्रिया कैसी रही है और इसका असर क्या होता है? जानिए, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने क़ानून मंत्री के सामने क्या कहा।