इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर शिक्षक के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। बारां नगर पालिका परिषद में कांग्रेस के 25 पार्षद हैं और इसमें से 12 पार्षदों के इस्तीफे को एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
राजस्थान के सरस्वती विद्या मंदिर में दलित छात्र की मौत पर लेखक भवंर मेघवंशी ने तमाम सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान में सवर्ण जातियों का पूरा ईकोसिस्टम इस मामले को दबाने में जुट गया है। हद तो यह है कि ये लोग ऐसी घटना होने से ही इनकार कर रहे हैं। तो क्या माना जाए कि उस दलित छात्र की मौत अपने आप हो गई।
देश में दलितों की हालत कैसी है और उनका उत्पीड़न किस हद तक होता है, यह राजस्थान के जालौर में पीट-पीटकर मार डाले गए दलित बच्चे की घटना से भी साफ़ होता है। मटका छूने के लिए ऐसी पिटाई!
हिंदुत्ववादी ताक़तें दलित बुद्धिजीवियों को निशाना क्यों बना रही हैं? प्रो. रतनलाल और प्रो. रविकांत पर हमले क्या कहते हैं? क्या हिंदुत्व के झंडाबरदार ब्राम्हणवादियों को दलितों का विरोध बर्दाश्त नहीं हो रहा है?
क्या यूपी में कुछ लोगों की सामंती मानसिकता अभी भी नहीं गई है? क्या दलितों का मानसिक उत्पीड़न कभी ख़त्म नहीं होगा? मुजफ्फरनगर में मुनादी किए जाने का मामला क्यों आया?
क्या दलितों का उत्पीड़न अभी भी यूपी सहित किसी भी राज्य में नहीं रुका है? आख़िर दलित होने की वजह से पैर चाटने के लिए मजबूर करने जैसा घिनौना काम कौन करवा सकता है?
कर्नाटक के मैसूरु ज़िले में दलित-लिंगायत संघर्ष एक बार फि खुल कर कैसे सामने आ गया? दलितों को शिव मंदिर के सामने की सड़क से गुजरने का विरोध क्यों हो रहा है?
उत्तरप्रदेश में दलित स्त्रियों के साथ दुष्कर्म और नृशंस हत्याओं का सिलसिला योगी राज के बारे में क्या कहता है क्या योगी सरकार में दलितों को पहले के मुक़ाबले ज़्यादा सुरक्षा मिली क्या उन्हें सरकार से न्याय मिल सका क्या दलित पाँच साल के अनुभव के बाद बीजेपी को वोट देंगे डॉ. मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं-विनोद अग्निहोत्री, वीरेंद्र भट्ट, रविकांत, शीबा असलम फ़हमी और अंबरीश सक्सेना
मध्य प्रदेश के गुना ज़िले में दंबगों द्वारा शमशान घाट का रास्ता रोक देने से एक दलित महिला का अंतिम संस्कार 24 घंटे रुका रहा। पुलिस और प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद दाह संस्कार हो पाया।
Hindi News Bulletin। 12 मार्च, दोपहर तक की ख़बरें।रिपोर्ट : भर्ती प्रक्रिया में छुपाए जाएँ नाम, दलितों के साथ होता है भेदभाव।बंगाल चुनाव : शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम से भरा पर्चा