कर्नाटक में बीजेपी का समर्थन कर रहे निर्दलीय दलित विधायक एच नागेश कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। इससे कर्नाटक में बीजेपी की दलित राजनीति प्रभावित हो सकती है। नागेश बीजेपी की यदियुरप्पा सरकार में मंत्री भी रहे हैं। नागेश का घटनाक्रम बता रहा है कि राज्य का राजनीतिक तापमान बढ़ रहा है। जानिए नागेश ने आज मंगलवार को किस कांग्रेस नेता से मुलाकात कीः
बेंगलुरु में वोटर डेटा चोरी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस ने एक एनजीओ के कई डायरेक्टर और कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। कांग्रेस ने इस मामले को उठाया था। आरोप है कि सरकारी अधिकारी (बीएलओ) बनकर एनजीओ के कर्मचारियों ने हजारों वोटरों से उनका व्यक्तिगत डेटा हासिल कर लिया। इस मामले में अभी भी लीपापोती जारी है। पढ़िए क्या है मामलाः
कर्नाटक में बोम्मई सरकार ने स्कूलों को भगवा रंग से रंगने का आदेश दिया तो कांग्रेस ने उसके जवाब में सीएम अंकल अभियान शुरू किया है। राज्य में अगले तीन-चार महीनों में चुनाव की घोषणा हो सकती है, इसलिए दोनों दलों ने अपने अभियान तेज कर दिए हैं। लेकिन कांग्रेस का ताजा अभियान सीएम अंकल आखिर क्या है, जानिएः
कर्नाटक में कांग्रेस टिकट मांगने वालों की इस बार भरमार है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने टिकटार्थियों की भीड़ को रोकने के लिए आवेदन के साथ दो लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट जमा करने को कहा है। आवेदन फॉर्म की कीमत पांच हजार रुपये है। यह पैसा पार्टी के राज्य मुख्यालय का नया दफ्तर बनाने पर खर्च होगा। कर्नाटक में कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में लग रही है।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बुधवार को एक पोस्टर चिपके पाए गए, जिसमें मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को 40 फीसदी कमीशन देने की बात कही गई थी। कांग्रेस का यह एक और अनोखा विरोध अभियान है, जिसकी बहुत चर्चा है।
बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या एक रेस्तरां में मसाला डोसा खाने गए। इस पर कांग्रेस नेताओं ने सांसद को दस डोसे भिजवा दिए। लेकिन कांग्रेसियों ने यह विरोध क्यों किया, पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
कर्नाटक में अगले साल आने वाले चुनाव के लिए क्या बीजेपी अभी से ही जुट गई है? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रमोद माधवराज जैसे नेता बीजेपी में क्यों शामल हुए?
ठेकेदार संतोष पाटिल की कथित आत्महत्या मामले में क्या केएस ईश्वरप्पा को गिरफ़्तार किया जाएगा? गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेस ने जानिए मुख्यमंत्री बोम्मई से क्या पूछा।
कर्नाटक में भगवा झंडे को लेकर दिया गया बीजेपी नेता और मंत्री एस ईश्वरप्पा के बयान ने तूल पकड़ लिया है। उनकी राज्य के मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग को लेकर कांग्रेस ने विरोध-प्रदर्शन तेज कर दिया है।
कर्नाटक में बढ़ते कोरोना और कर्फ्यू के बावजूद कांग्रेस ने आज से 10 दिनों का विरोध मार्च शुरू कर दिया है। इस मार्च का नारा है - 'नम्मा नीरू, नम्मा हक्कू, या 'हमारा पानी, हमारा अधिकार।' इसका नेतृत्व विपक्ष के नेता सिद्धारमैया और राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार कर रहे हैं।
कर्नाटक में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कांग्रेस के मीडिया सेल के प्रमुख एक पूर्व सांसद के साथ बातचीत में पार्टी प्रमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए दिख रहे हैं। क्या है मामला?