खालिस्तान समर्थक नारे अभी तक पंजाब में ही लिखे जा रहे थे। लेकिन दिल्ली में पहली बार आज 19 जनवरी को ऐसी घटना हुई है। 26 जनवरी नजदीक है, ऐसे में देशविरोधी नारे राजधानी की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं।
कुख्यात खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा के पाकिस्तान में मरने की खबर आ रही है। उसकी मौत हुई या फिर दूसरे गैंग ने उसे मारा, यह अभी साफ नहीं है। हालांकि एक गुट ने सोशल मीडिया पर कहा कि उसने रिंदा को खत्म कर दिया है। कौन था रिंदा, जानिएः
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ क्रिकेट मैच में भारतीय टीम के अर्शदीप सिंह से एक आसान कैच क्या छूटा, उन्हें सोशल मीडिया पर देशद्रोह और अलगाववाद से जोड़ने वाले लोग कौन?
जालंधर के देवी तालाब मंदिर के पास दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए हैं। पंजाब के कई शहरों में इससे पहले नारे लिखे जा चुके हैं। पुलिस जांच कर रही है।
क्या पंजाब के माहौल को फिर से खराब करने की लगातार कोशिश की जा रही है। पिछले महीने भी हिमाचल प्रदेश के विधानसभा भवन की दीवारों पर खालिस्तान लिखा गया था। कौन है इस सबके पीछे?
किसानों के प्रदर्शन के बारे में जो बात सरकार के समर्थक सोशल मीडिया पर या छुटभैये नेता इधर उधर बोलते रहे थे वही बात अब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कही है। किसानों के प्रदर्शन में खालिस्तानियों का हाथ होने के आरोप लगाए हैं।
पंजाब में खालिस्तान की मुहिम को कोई समर्थन नहीं मिल रहा है । फिर भी पाकिस्तान भड़काने में जुटा है । पाकिस्तान का मक़सद क्या है ? स्मिता शर्मा ने बात कि पूर्व राजनयिक और पाकिस्तान में भारत के पूर्व राजदूत शरत सभरवाल से।
खालिस्तान समर्थित ग्रुप सिख फ़ॉर जस्टिस यानी एसएफ़जे से जुड़ी 40 वेबसाइटों को अलगाववादी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया है।
एसजीपीसी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल के अकाली दल के कोर कमेटी का सदस्य बनने के बाद सवाल यह उठ रहा है कि क्या अकाली दल अब 'धर्म और राजनीति' के पुराने एजेंडे पर वापस लौट रहा है।
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन ने अब भारत के पंजाब में आतंकियों को ड्रोन से हथियार गिराए हैं। कम से कम आठ ड्रोन से क़रीब 80 किलोग्राम हथियार गिराए जाने का दावा किया गया है।