पंजाब हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल को 37 दिन हो गए। उनके स्वास्थ्य की हालत चिंताजनक स्थिति में पहुंच चुकी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके केंद्र सरकार को स्थिति पेचीदा बनाने के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया है। कल सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई के बाद किसान आंदोलन के नेताओं ने भी केंद्रीय सरकार से किसानों की मांगों की उपेक्षा करने की अपनी बात को दोहराया है।
किसान आंदोलन की तपस्या में कमी कहाँ रह गई?
- हरियाणा
- |
- |
- 29 Mar, 2025

खनौरी सीमा पर किसान इतने महीनों से आंदोलन कर रहे हैं तो सरकार पर कोई असर क्यों नहीं पड़ रहा है? जानिए, किसानों की क्या मांग है और किस तरह से आंदोलन चल रहा है।
वर्तमान में किसान आंदोलन दोबारा पिछले साल 2024 के फरवरी माह में दो किसान संगठनों संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा द्वारा लंबित मांगों को लेकर शुरू किया गया था। राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा से अलग होकर अपने संगठन के समर्थकों के साथ पंजाब से जगजीत सिंह डल्लेवाल संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और स्वर्ण सिंह पंधेर किसान मजदूर मोर्चा ने दिल्ली कूच करने और सरकार से मांगें मनवाने के लिए आह्वान किया था जिनको हरियाणा के अलग-अलग बॉर्डर पर हरियाणा के सुरक्षा बलों द्वारा रोक दिया गया और सरकारी दमन को पूरे देश ने देखा।