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सरकार ने दिए कोरोना संक्रमण के तीसरे चरण के संकेत

क्या कोरोना वायरस संक्रमण का तीसरा चरण भारत में शुरू हो चुका है? यह सवाल अहम इसलिए है कि हालांकि सरकार ने औपचारिक तौर पर इसका एलान नहीं किया है, पर इसके संकेत दे दिए हैं। 
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क्या है तीसरे चरण का संक्रमण?

तीसरे चरण के संक्रमण को सामुदायिक संक्रमण कहते हैं। यह संक्रमण का वह चरण है, जिसमें संक्रमण के स्रोत का पता नहीं रहता है या यह ऐसे किसी आदमी से नहीं फैला होता है जो विदेश से आया हो या जिसमें पहले से ही इस संक्रमण के लक्षण पाए गए हों। 
तो क्या भारत में ऐसे मामले आए हैं, जिसमें संक्रमण उस व्यक्ति से नहीं हुआ हो हाल फिलहाल विदेश से आया हो या जो पहले से ही संक्रमित हो? 

आईसीएमआर ने क्या कहा?

इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रीसर्च (आईसीएमआर) के प्रमुख रमण गंगाखेडकर ने कहा है कि 'शनिवार को कुछ ऐसे रोगी भी पाए गए, जिनमें सीवियर अक्यूट रेसपिरेटरी इलनेस (सारी) था। लेकिन वह किसी ऐसे आदमी के संपर्क में नहीं थे, जिसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण पहले ही पाए गए थे।' 
गंगाखेडकर ने यह नहीं बताया कि इस तरह के कितने रोगी अब तक पाए गए हैं, पर उन्होंने यह ज़रूर कहा कि ऐसे लोग कई जगह पाए गए हैं।
आईसीएमआर ने यह भी कहा है कि जिन 120 लोगों में सीवियर अक्यूट रेसपिरेटरी इलनेस था, उनमें से 10  प्रतिशत में कोरोना की पुष्टि हो गई। 
नेशनल हेल्थ सिस्टम्स रीसोर्स सेंटर के पूर्व प्रमुख टी. सुंदररमण ने कहा कि 'यदि ऐसे लोगों की संख्या कम भी है तो यह संकेत तो मिल ही रहा है कि भारत कोरोना संक्रमण के तीसरे चरण में है।'

सबूत न हो, रोग तो है!

उन्होंने इसके आगे कहा कि सरकार को इससे इनकार नहीं करना चाहिए। सुंदररमण ने यह भी कहा कि कोई सबूत नहीं मिलने का मतलब यह नहीं होता कि वह रोग है ही नहीं। कई बार सीवियर अक्यूट रेसपिरेटरी इलनेस को कोरोना के रूप में साबित करना मुमकिन नहीं होता है, पर वह वास्तव मे कोरोना ही होता है, जो बाद में साबित होता है। 
दूसरी ओर, कई राज्य तीसरे चरण के संक्रमण से निपटने की तैयारी जोरशोर से कर रहे हैं। छत्तीसगढ के एक आला अफ़सर को वॉट्सऐप मैसेज मिला कि 'सभी निजी अस्पतालों को बुक कर लें, दूर दराज के इलाक़ों को ज़िला अस्पताल से जोड़ने वाली सभी सड़कों को साफ़ करा लें, सभी आईसीयू उपकरणों का पता लगा लें और वे किस स्थिति में हैं, यह भी देख लें।'
इसी तरह केरल, ओड़िशा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के अफ़सरों ने अपने-अपने राज्य में तैयारियों का पता लगाया। 
उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि दिल्ली ने अनौपचारिक चेतावनी दे दी है कि सामुदायिक संक्रमण तेज़ होने वाला है और जो अनुमान लगाया जा रहा है, उससे पहले पहुँच सकता है।

शनिवार को ओड़िशा और छत्तीसगढ़ सरकार के प्रवक्ताओं ने भी इसके संकेत दे दिए कि संक्रमण जल्द ही होने वाला है। उत्तर प्रदेश और ओड़िशा के गाँवों में संक्रमण से लड़ने की तैयारी जोरो पर है। 

ओड़िशा सरकार ने हर ग्राम पंचायत को आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए 5 लाख रुपए की स्वीकृति दे दी है। स्वास्थ्य सेवाओं की बुनियादी सुविधाओं का भी पता लगाया जा रहा है।

अब एक सच्चाई है!

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने एक टीम बनाई है। इस टीम से जुड़े एक आदमी ने कहा, 'हम सब मान चुके हैं कि तीसरे चरण का संक्रमण अब एक सच्चाई है। इसकी घोषणा हो या न हो, हमें तैयार रहना है। बीते 24 घंटे के आतंरिक संचार से लगता है कि यह सच्चाई है।' 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी शनिवार को ट्वीट कर कहा कि 'दिल्ली में तीसरे चरण के संक्रमण से निपटने की तैयार की जा रही है।'
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क़मर वहीद नक़वी
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