नफरत और हिंसा के ख़िलाफ़ खुलकर बोलने के लिए दक्षिणपंथियों के निशाने पर रहने वाले गीतकार जावेद अख्तर ने अब लाहौर में जाकर ही पाकिस्तान को आईना दिखा दिया है। जानिए उन्होंने पाकिस्तान को दो टूक क्या कहा।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने नए पेंशन नियमों का संयुक्त फॉर्म जारी किया है। इसका फायदा उन्हें मिल सकता है जो उच्च पेंशन योजना का लाभ 2014 के बाद नहीं ले पाए। काफी लोग रिटायर हो गए और काफी लोग नौकरियां छोड़ गए। बदले नियमों का फॉर्म उन्हीं के लिए है।
मोनू मानेसर गैंग के बारे में रोजाना नई जानकारियां मीडिया सामने ला रहे है लेकिन हरियाणा पुलिस पूरे मामले में लीपापोती कर रही है। इंडियन एक्सप्रेस ने मंगलवार को बताया है कि मुस्लिम युवकों को जलाने के सभी आरोपी दरअसल हरियाणा पुलिस के मुखबिर हैं। हरियाणा पुलिस ने बाकायदा रेकॉर्ड पर उन्हें मुखबिर दर्ज किया है।
बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में हंगामे को लेकर सदन के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने आख़िर 12 सांसदों के आचरण की जाँच के लिए विशेषाधिकार समिति के पास क्यों मामला क्यों भेजा?
सामाजिक कार्यकर्ता तुषार गांधी की तरफ से पेश हुए वकील शादान फरासत ने कहा कि पुलिस ने इस तरह के नफरत फैलाने वाले भाषणों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी के दिल्ली आवास पर पथराव किया गया है। इस तरह की यह चौथी घटना हुई है। समझा जाता है कि यह करतूत उन दक्षिणपंथी संगठनों की हो सकती है जो ओवैसी के मेवात जाने से नाराज हैं।
विपक्षी एकता की तमाम कोशिशों के बीच कांग्रेस ने रविवार को अपनी मंशा साफ कर दी। कांग्रेस चाहती है कि विपक्षी एकता का नेतृत्व कांग्रेस करे। कांग्रेस ने कहा कि हमारे बिना कुछ न हो पाएगा। पढ़िए पूरी स्टोरीः
केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर ने सिडनी में बयान देकर सोरोस पर हमला बोला है। लेकिन उनका बयान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से भिन्न है। जानिए क्या कहा जयशंकर नेः
हरियाणा के भिवानी जिले में दो मुस्लिम युवकों को जिन्दा जलाकर मारने के कथित आरोप में राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर को तलाश रही है। ओवैसी का आरोप है कि मोनू मानेसर को हरियाणा सरकार का संरक्षण प्राप्त है। क्या है ये पूरा मामला, जानिएः
इस साल गेहूं का रेकॉर्ड उत्पादन होने की उम्मीद है लेकिन किसानों को उससे क्या फायदा होगा। सरकार की नीतियां क्या हैं, वरिष्ठ पत्रकार हरजिंदर ने उसी तरफ इशारा किया है।
अमेरिकी संस्था हिंडनबर्ग रिसर्च के बाद अब अमेरिका के एक अरबपति ने बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अमेरिकी निवेशक जॉर्ज सोरोस ने प्रधानमंत्री मोदी और भारत में लोकतंत्र पर टिप्पणी की तो आख़िर क्यों मंत्री ने इसे भारत पर हमला बता दिया?