कोरोना और लॉकडाउन की वजह से तबाह भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं। जीडीपी के शून्य से 23.9 प्रतिशत नीचे पहुँचने के बाद एक बार फिर बहुत ही धीमी रफ़्तार से ही सही, माँग-खपत निकली और लोगों ने खरीद-बिक्री शुरू की है। दिसंबर महीने में जीएसटी उगाही में 11.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह एक लाख करोड़ रुपए के ऊपर पहुँच गई।
जीएसटी वसूली दे रहा है अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत?
- अर्थतंत्र
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- 2 Jan, 2021
कोरोना और लॉकडाउन की वजह से तबाह भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं। दिसंबर महीने में जीएसटी उगाही में 11.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह एक लाख करोड़ रुपए के ऊपर पहुँच गई।

जीएसटी यानी गुड्स एंड सर्विस टैक्स वह कर या टैक्स है जो आप सामान खरीदने या किसी तरह की सेवा लेने पर चुकाते हैं।
वित्त मंत्रालय के अनुसार नवंबर के कारोबार पर दिसंबर में 1,15,174 करोड़ रुपए बतौर जीएसटी केंद्र सरकार को मिले। यह पिछले 21 महीने में इकट्ठा हुई जीएसटी में सबसे ज़्यादा है। मंत्रालय ने कहा है, "अर्थव्यवस्था में हो रहे सुधार और जीएसटी नहीं चुकानों वालों और फ़र्जी बिल देने वालों के ख़िलाफ़ की गई कार्रवाई की वजह से ऐसा हुआ है।"