महंगाई के मोर्चे पर तो कुछ राहत की खबर आई है। रिजर्व बैंक के आशावाद पर मोहर भी लग गई और उसकी यह बात सही भी साबित हुई कि महंगाई शायद अब उतार पर है। खुदरा महंगाई का आंकड़ा सोलह महीनों में सबसे नीचे पहुंच गया है। हालांकि इसका मतलब यह कतई नहीं है कि दाम गिर गए हैं। इसका मतलब बस यह है कि महंगाई बढ़ने की रफ्तार में कमी आई है।
अर्थव्यवस्थाः अमीर-गरीब की खाई पाटे बिना ग्रोथ का फायदा कैसे मिलेगा
- अर्थतंत्र
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- 29 Mar, 2025

महंगाई बढ़ने की रफ्तार में कमी आई है। दूसरी तरफ भारतीय अर्थव्यवस्था में ग्रोथ के दावे भी किए जा रहे हैं। सवाल यह है कि अमीर-गरीब की खाई को पाटे बिना आप ग्रोथ का फायदा अंतिम आदमी या औरत को कैसे दे पाएंगे। चीजों के दाम सस्ते नहीं हुए हैं। गरीब जनता का सरकारी आंकड़ों से कोई लेनादेना नहीं है। वो ये जानता है कि कि महंगाई कहां कम हुई है। पेश है आर्थिक विशेषज्ञ आलोक जोशी का नजरियाः