दलित आन्दोलन का सबसे मजबूत राजनीतिक स्वरूप उत्तर प्रदेश में दिखा, जहाँ बहुजन समाज पार्टी की मायावती भारतीय जनता पार्टी की मदद से 1995 से 2003 के बीच तीन बार थोड़े-थोड़े समय के लिए मुख्यमंत्री बनीं। उन्होंने चार साल बाद अपने बल बूते बहुमत हासिल करने का कारनामा कर दिखाया।