तंत्र अपने सभी गलत काम संविधान को ढाल बनाकर ही करता है। पहले संविधान को संशोधित कर उसे मन-मुताबिक़ बनाता है, फिर उसी संविधान की दुहाई देकर अनाप-शनाप क़ानून जनता पर ठोक देता है।
हमें जो चाहिए क्या उसे देने के लिए इंडिया (गठबंधन) तैयार है? क्या उसने लोकसभा चुनाव में गठबंधन बनाकर आंशिक सफलता अर्जित करके अपना संतोष पा लिया है और सत्ता न मिलने पर बिखरने को तैयार है या फिर वह लोकतंत्र और संविधान की लड़ाई को लंबे समय तक लड़ने के लिए तैयार है?
देश में भक्ति और आध्यात्मिकता की एक लंबी परंपरा लेकिन क्या राजनीति में यह भाव लोकतंत्र के लिए खतरा नहीं है? जानिए आंबेडकर ने राजनीति में भक्ति या नायक पूजा को लेकर क्या चेताया था।
कांग्रेस को आयकर विभाग से 1700 करोड़ रुपये का नया नोटिस मिलने के बाद राहुल गांधी ने बीजेपी को इशारों में कड़ा संकेत दिया है। जानिए, इसके क्या मायने हैं।
सब कुछ ‘एक’ कर देने वाली सरकार क्या विविधता का जश्न नहीं मनाना चाहती? जब तक अलग-अलग विचार और संस्कृतियाँ व मूल्य सम्मान नहीं पाते, उन्हें सँजो करके नहीं रखा जाता तब तक लोकतंत्र किस रूप में रहेगा?
भारत की राजनीति के लिहाज से 2023 कैसा रहा? जो घटनाक्रम हुए उसमें संसद, सरकार और न्यायपालिका में किस तरह के घटनाक्रम देखे गए? कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष ने क्या हासिल किया और बीजेपी का रुख कैसा रहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने अब तक अपने 9 साल के कार्यकाल में क्या योगदान दिया है? नौजवानों के सपनों का क्या हुआ? क्या दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और स्त्रियों की स्थिति बदली?
दुनिया के कई देशों में नागरिकों का लोकतंत्र से भरोसा उठ रहा है और वे तानाशाही वाले शासन के पक्ष में खड़े हो रहे हैं! क्या इंदौर (और प्रदेश) को उसी दिशा में ले जाया जा रहा है?
9 सितंबर की शाम जी-20 नेताओं के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा डिनर का आयोजन किया गया है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को नहीं बुलाने पर पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सरकार की आलोचना की है।
मणिपुर वीडियो और हिंसा के बाद चर्चा की मांग के लिए संसद में आ रहे लगातार व्यवधान के बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने चेताया है। जानिए उन्होंने क्या कहा।
भारत में लोकतंत्र का भविष्य खतरे में है। समीक्षक कृष्ण प्रताप सिंह ने संपादक अरुण कुमार त्रिपाठी की किताब के जरिए भारतीय लोकतंत्र की अंदरुनी बीमारियों की तरफ इशारा किया है।
दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण के लिए मोदी सरकार के अध्यादेश के ख़िलाफ़ अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली की। जानिए केजरीवाल ने इसमें क्या-क्या कहा।
एक तरफ़ जहाँ प्रधानमंत्री मोदी नये संसद भवन का उद्घाटन करते हुए भारत को लोकतंत्र की जननी बता रहे थे वहीं महिला पहलवानों पर पुलिस कार्रवाई कर रही थी। जानिए, लोगों ने लोकतंत्र को लेकर क्या-क्या टिप्पणी की।