इजरायली बमबारी में उनकी पत्नी, बेटी, बेटा और पोते के मौत हो गई। अपने बच्चों के शव को गोद में लिये अस्पताल में घूमते वाएल अल- दहदौह की फोटो दुनिया भर में वायरल हुई है।
गाजा युद्ध पर गुतेरेस के भाषण के बाद इजरायल ने कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों को वीजा नहीं देगा। इजरायल संयुक्त राष्ट्र संघ से टकराव के मूड में दिख रहा है।
अब कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया है कि वह हमास के खिलाफ इस जंग में इजरायल को फिलिस्तीन के आम लोगों की हत्या करने का अधिकार नहीं दे।
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान, जार्डन और ट्यूनिशिया सहित मध्य पूर्व क्षेत्र के कई देशों में इजरायल के खिलाफ बुधवार को विरोध प्रदर्शन किये गये हैं।
अलजजीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक पर्यवेक्षकों को डर है कि हिजबुल्लाह इजरायल के खिलाफ युद्ध में शामिल होने से लेबनान में तबाही और क्षेत्रीय तनाव बढ़ सकता है।
हिजबुल्लाह लेबनान का एक मिलिशिया संगठन है जो मजबूत सैन्य क्षमता रखता है। यह लगातार इजरायल को चुनौती दे रहा है। माना जा रहा है कि गाजा में इजरायल अगर प्रवेश करता है तो उसे लेबनान सीमा से हिजबुल्लाह के हमलो को झेलना पड़ सकता है।
इजरायल द्वारा शुक्रवार की सुबह उत्तरी गाजा पट्टी को 24 घंटे में खाली करने का आदेश दिया गया है। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग गाजा के उत्तरी इलाके से पलायन कर दक्षिण की तरफ जाने लगे हैं। उनके पलायन के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आये हैं।
ब्रिटेन की सड़कों पर फिलिस्तीनी झंडा लहराने वालों, फिलिस्तीन की आजादी की वकालत करने वाला गाना या नारा लगाना एक अपराध माना जा सकता है। इसको लेकर ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन का एक पत्र सामने आया है।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग के बीच यह खबर आ रही है कि इजराइल हवाई हमले के बाद अब गाजा में जमीनी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इजराइली सेना इसके लिए तैयार है लेकिन सैन्य विश्लेषक मान रहे हैं कि यह इतना भी आसान नहीं होगा।
इजराइल की रक्षा और उसकी खुफिया एजेंसियों को अचूक माना जाता रहा था, लेकिन हमास ने इस धारणा को तोड़ दिया। आख़िर इसके पीछे वजह क्या है? क्या इज़राइल ने अति आत्मविश्वास में ये ग़लती कर दी?
तकनीकी तौर पर संपन्न और दुनिया भर में अव्वल मोसाद जैसी खुफिया एजेंसी वाले इज़राइल में हमास ने घातक हमला कर दिया और इज़राइल को इसकी खुफिया जानकारी तक नहीं मिली। ये कैसे संभव हुआ? जानिए, हमास ने ये सब कैसे किया।
क्या शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की नियुक्ति में या फिर न्यायपालिका में सरकार का हस्तक्षेप होना चाहिए? ये सवाल भारत में लगातार उठता रहा है और इजराइल में भी। लेकिन इजराइल में लोग सड़कों पर क्यों उतर गए?
भारत से इतर कई देशों में पेगासस स्पाइवेयर से कथित जासूसी के मामले में कार्रवाई हो रही है। फ़्रांस की राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा के लिए ज़िम्मेदार एजेंसी एएनएसएसआई ने इसकी पुष्टि की है कि देश के दो पत्रकारों के फ़ोन में पेगासस स्पाइवेयर मौजूद था।