राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को चुनाव जीतने की सभी अनुकूल परिस्थितियां थी। चुनाव की घोषणा से पहले लग रहा था कि कांग्रेस राज्य में काफी मजबूत है लेकिन कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की गलतियों के कारण यहां कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा है।
इस बैठक में लोकसभा चुनाव, शीतकालीन सत्र में सदन में पार्टी की रणनीति, सदन में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें सहमति बनी की पार्टी तीन राज्यों में हुई अपनी हार की समीक्षा और विश्लेषण करेगी।
मध्य प्रदेश में भाजपा की शानदार बढ़त के बाद कहा जा रहा है कि मोदी की गारंटी पर राज्य की जनता ने भरोसा जताया है। साथ ही इस जीत के पीछे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की योजनाओं को भी श्रेय दिया जा रहा है।
लोकनीति सीएसडीएस का एग्जिट पोल या सर्वे सामने आया है। इसमें दावा किया गया है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में भाजपा को कांग्रेस से ज्यादा वोट मिल सकते हैं।
पांच राज्यों में चुनाव संपन्न होने के बाद अब 3 दिसंबर को चुनावी नतीजें आयेंगे। चुनावी एग्जिट पोल में मध्य प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर होती दिख रही है।
कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के जावद में एक जनसभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने दावा किया है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस स्वीप करने जा रही है।
आम आदमी पार्टी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। यहां उसने इंडिया गठबंधन की अपनी सहयोगी कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार उतारे हैं।
यह सवाल राजकीय खज़ाने के खस्ता हालातों के चलते खड़ा हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने मुफ्त की रेवड़ियां बांटे जाने को लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकारों के साथ ही केन्द्र सरकार, चुनाव आयोग और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को नोटिस दिए हैं।
मध्य प्रदेश के सागर में मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक जनसभा को संबोधित किया। इसमें उन्होंने भाजपा की सरकार और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। क्या CM शिवराज ने पेशाब कांड के पीड़ित की जगह दूसरे शख्स के पैर धोए?। शरद पवार का खेल जारी, अजित गुट के एक और MLA ने बदला पाला
क्या दशमत रावत ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के ड्रामे की पोल खोल दी है? वायरल वीडियो और दशमत रावत के हुलिया में इतना अंतर क्यों है? क्या शिवराज ने एक आदिवासी पर पेशाब करने की घटना को छिपाने के लिए ग़लत व्यक्ति के पैर धोने का नाटक किया? क्या सरकार के दबाव में पुलिस और प्रशासन ने असली पीड़ित को कहीं छिपाकर रखा हुआ है? आख़िर सरकार की ओर से इस घटना पर सफाई क्यों नहीं दी जा रही है?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । MP: ग्वालियर में अब दबंगों ने मुस्लिम युवक को चप्पलों से पीटा, तलवे चटवाये । MP पेशाब कांड: पीड़ित ने कहा- 'वो हमारे गांव के पंडित हैं, उन्हें अब माफ़ कर दो'
राजनीति में सब करना पड़ता है। यह कहावत उस समय चरितार्थ हो गई जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी ही पार्टी के नेता प्रवेश शुक्ल की घृणित हरकत पर उस परिवार से माफी मांगी और आदिवासी युवक के पिता के पैर भी धोए। प्रवेश शुक्ला ने आदिवासी युवक के सिर पर पेशाब कर दिया था।
मध्य प्रदेश के सीधी में आदिवासी युवक पर पेशाब करने की घटना छोटी नहीं है। राकेश अचल की टिप्पणी है कि बेशक पीएम मोदी और सीएम शिवराज आदिवासियों के साथ भोजन कर लें, उन्हें गले लगा लें, लेकिन सामंती मानसिकता कहां बदलती है। यह घटना उसी का नतीजा है।