टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रुपये लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाते हुए लोकपाल से शिकायत की थी। सीबीआई की जांच शुरु करने से माना जा रहा है कि महुआ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
महुआ मोइत्रा पर आरोप लगने के इतने लंबे समय बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महुआ के पक्ष में बयान दिया है। जानिए उन्होंने क्या कहा है।
महुआ मोइत्रा ने नई जिम्मेदारी मिलने पर सीएम ममता बनर्जी को धन्यवाद कहा है। माना जा रहा है कि टीएमसी ने आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियां शुरु कर दी है।
लोकसभा की आचार समिति ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के निष्कासन की सिफारिश कर दी है तो क्या अब उनका निष्कासन तय है या अभी भी फैसला पलट सकता है? जानिए क्या है प्रक्रिया।
महुआ मोइत्रा संसद से बर्खास्त होंगी । संसद की एथिक्स कमेटी ने की सिफ़ारिश । क्या उन्हें बोलने की सजा मिली है ? क्यों नहीं अब तक रमेश विधूडी पर कोई फ़ैसला हुआ है ? आशुतोष के साथ चर्चा में विनोद शर्मा, गौतम लाहिड़ी, यशोवर्धन आजाद, राजीव रंजन सिंह।
सवाल पूछने के लिए कथित तौर पर पैसे लेने के आरोपों का सामना कर रहीं महुआ मोइत्रा को लोकसभा की इथिक्स पैनल से झटका लगा है। लेकिन जानिए, उनकी पार्टी ने पहली बार समर्थन में क्या कहा।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के मुद्दे पर गुरुवार 9 नवंबर को संसद की एथिक्स कमेटी की बैठक है। लेकिन उससे पहले इस कमेटी की ड्राफ्ट रिपोर्ट तमाम मीडिया में चल रही है। जिसमें कहा गया है कि कमेटी ने सांसद महुआ को सांसद से बाहर निकालने की सिफारिश की है। रिपोर्ट में सांसद दानिश अली की भी खिंचाई की गई है। हालांकि यह रिपोर्ट एथिक्स कमेटी की बैठक के बाद लोकसभा स्पीकर को भेजी जाएगी लेकिन तमाम मीडिया आउटलेट्स ने दावा किया है कि उन्होंने रिपोर्ट पढ़ ली है। जानिए क्या है पूरी कहानीः
सवाल पूछने के लिए कथित तौर पर पैसे लेने के आरोपों का सामना कर रहीं महुआ मोइत्रा की मुश्किलें क्या और बढ़ने वाली हैं? जानिए, निशिकांत दुबे ने क्या दावा किया है।
सवाल के बदले कथित रिश्वत मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की पेशी गुरुवार को संसद की इथिक्स (आचार) कमेटी के सामने होगी लेकिन उससे पहले महुआ ने कमेटी के आपराधिक क्षेत्राधिकार को लेकर सवाल उठाए हैं। यानी महुआ यह कहना चाहती हैं कि क्या इस संसदीय समिति को आपराधिक मामलों में भी इस तरह बुलाकर पूछताछ का अधिकार है?