देश के सभी विपक्षी दलों की 12 जून को पटना में बैठक बुलाई गई है। हालांकि यह मुख्य बैठक नहीं है, बल्कि तैयारी बैठक है। लेकिन विपक्ष का एक जगह जुटना पहली बार होगा।
नए संसद भवन में स्थापित किए जा रहे सेंगोल को लेकर देश में मीडिया का एक खास वर्ग ऐसा प्रस्तुत कर रहा है जैसे कोई बहुत बड़ा खजाना हाथ लग गया हो। लेकिन जो सत्य सामने आ रहा है, उससे सेंगोल की कहानी कुछ और है। पत्रकार पंकज श्रीवास्तव ने भी इस पर काफी कुछ तलाश किया हैः
नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार के सिलसिले में 19 दलों का संयुक्त बयान सामने आया है लेकिन कुछ विपक्षी दल अभी भी नादारद हैं, जबकि वो बाकायदा विपक्ष का हिस्सा हैं। ऐसे में ताजा विपक्षी एकजुटता को कितना मजबूत माना जाए।
विपक्षी एकता के लिए बेकरार नीतीश कुमार समुद्र मंथन से अभी तक मोती नहीं निकाल पाए हैं। विपक्षी एकता के कई यक्ष प्रश्न हैं। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक शैलेश की नजर विपक्षी एकता की कोशिशों पर लगातार बनी हुई है। जानिए, वो क्या बता रहे हैंः
तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव यानी केसीआर भी विपक्षी मोर्चे में शामिल होने को तैयार हो गए हैं। उन्हें कांग्रेस पर भी ऐतराज नहीं है। लेकिन उनकी एक शर्त है, क्या है वो शर्त, पढ़िए पूरी रिपोर्टः
कांग्रेस विपक्षी एकता का दायरा बढ़ा रही है। उसकी एक झलक दिल्ली में मिली है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि केजरीवाल को सीबीआई समन मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कल शाम को केजरीवाल से फोन पर बात की और पार्टी का समर्थन दोहराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विपक्ष पर बड़ा हमला बोला। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और पीएम मोदी का आज के भाषण को उससे जोड़ कर देखा जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने 14 विपक्षी दलों की उस याचिका को सुनने से मना कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि केंद्र सरकार को केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग से रोका जाए। विपक्षी दलों के लिए यह बड़ा झटका है। हाल ही में कई विपक्षी नेताओं पर केंद्रीय जांच एजेंसियों ने कार्रवाई की थी। कुछ नेता जेल में भी हैं। विपक्षी दलों ने बहुत उम्मीद से यह याचिका लगाई थी कि शायद सुप्रीम कोर्ट से उन्हें कोई राहत मिल जाए।
देश के कई राज्यों में रामनवमी हिंसा के लिए विपक्ष ने बीजेपी को सीधे जिम्मेदार ठहराया है। विपक्षी दलों का कहना है कि चुनावों के मद्देनजर हिन्दू-मुसलमान ध्रुवीकरण कराने के लिए बीजेपी ऐसा कर रही है।
लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी और विपक्षी दलों की आख़िर क्या रणनीति होगी? क्या वह कर्नाटक चुनाव नतीजों से प्रभावित होगी? जानिए, कर्नाटक चुनाव बीजेपी और विपक्ष के लिए अहम क्यों है।
राहुल गांधी की लोकसभा से अयोग्यता पर तमाम विपक्षी दलों ने एकसुर में बीजेपी की तीखी आलोचना की है। जानिए उसने क्यों कहा कि 'लोकतंत्र अब घोषित रूप से ख़त्म हो गया...'?
अडानी के मुद्दे पर संसद के अंदर और बाहर मंगलवार को भी हंगामा हुआ। विपक्ष अडानी पर जेपीसी की मांग कर रहा है, जबकि बीजेपी राहुल गांधी के लंदन वाले बयान को मुद्दा बनाए हुए है। हंगामा दोनों तरफ से है। संसद की कार्यवाही को चलाने की रुचि किसी दल की नहीं लग रही है।
संसद की कार्यवाही कल मंगलवार तक स्थगित कर दी गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन में दिए गए भाषण पर बीजेपी माफी की मांग कर रही है। इस पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ।
विपक्षी एकता की तमाम कोशिशों के बीच कांग्रेस ने रविवार को अपनी मंशा साफ कर दी। कांग्रेस चाहती है कि विपक्षी एकता का नेतृत्व कांग्रेस करे। कांग्रेस ने कहा कि हमारे बिना कुछ न हो पाएगा। पढ़िए पूरी स्टोरीः