भारत की अध्यक्षता में अफगानिस्तान पर २ दिन की क्षेत्रीय सुरक्षा वार्ता कल से शुरू हो रही है . पाकिस्तान ने हिस्साल लेने से पहले ही मना कर दिया था ,और अब चीन ने शेडूलिंग में दिक्कतों के बहाने निमंत्रण ठुकरा दिया है ! ऐसे में इस वार्ता के क्या मायने है, अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के कब्ज़े के बाद भारत अपनी भूमिका को लेकर पहले ही पिछड़ चूका है , इस वार्ता से क्या बदलेगा
कई अरब देश पहले ही इस्रायल से संबंध बनाने की दिशा में क़दम बढ़ा चुके हैं। यहाँ तक कि सऊदी अरब भी उसी दिशा में बढ़ता जा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान पर भी भारी दबाव पड़ रहा है तो क्या उसे भी अरब देशों के पीछे चलना पड़ेगा? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
पाकिस्तान एक इसलामिक देश के रूप में बनाया गया था। लेकिन कौन सा इसलाम सही है? सिद्धांत में केवल एक इसलाम है, लेकिन वास्तविकता बहुत अलग है। वास्तव में महान पैगंबर की मृत्यु के तुरंत बाद सुन्नियों और शियाओं के बीच भयंकर मतभेद पैदा हुआ।
कुछ दिन पहले ही कराची के ल्यारी इलाक़े में हिंदू बिरादरी के एक मंदिर को ईश निंदा का आरोप लगाते हुए तोड़ दिया गया था। बीते 20 दिनों में सिंध सूबे में ये तीसरी घटना थी, जब मंदिरों को निशाना बनाया गया।
पूर्व स्पीकर सरदार अयाज़ सादिक़ ने भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन को लेकर बयान क्या दिया, इमरान ख़ान सरकार उनके ख़िलाफ़ राजद्रोह का मुक़दमा दर्ज करने की तैयारी में है।
जिन्ना ने पाकिस्तान इसलिए बनवाया था कि वह आदर्श इसलामी राष्ट्र बने और मुसलमान लोग अपना सिर ऊंचा करके वहां रह सकें लेकिन अब 73 साल बाद भी उसका क्या हाल है?