क्या चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का अब कांग्रेस में शामिल होना तय है? आख़िर इतनी जल्दी-जल्दी मुलाक़ातों और 2024 के चुनाव के लिए प्रेजेंटेशन देने का मतलब क्या है?
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा एक बार फिर उठी है। कांग्रेस के सामने बड़ी राजनीतिक चुनौतियां हैं और अगर प्रशांत किशोर पार्टी में शामिल हुए तो क्या कांग्रेस को इससे कोई फायदा मिलेगा?
कांग्रेस को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में करारी हार मिली है और इसके बाद उसके सामने खुद के अस्तित्व को बचाने की चुनौती पैदा हो गई है। ऐसे में वह क्या प्रशांत किशोर की मदद से गुजरात में जीत हासिल कर पाएगी?
सुनील को आने वाले चुनावों में कांग्रेस के प्रचार अभियान की योजना बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। सुनील को यह जिम्मेदारी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद दी गई है।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। PK : कांग्रेस के साथ अनुभव ठीक नहीं रहा, उनको मुझपर भरोसा करना था । पीके : BJP को हराने के लिए कांग्रेस में सुधार की ज़रूरत है
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। प्रशांत किशोर बोले- कांग्रेस का विकल्प संभव है । पीके बोले - कांग्रेस अपना अध्यक्ष लोकतांत्रिक ढंग से चुने
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। पंजाब : सीएम चन्नी ने दिए प्रशांत किशोर के साथ करार के संकेत। कोवैक्सीन को आख़िरकार डब्ल्यूएचओ से मिली मंजूरी
मोदी की चुनावी रणनीति से उभरे पीके ने चुनावी राजनीति और रणनीति का नया बाजार विकसित कर दिया है .घाट घाट का पानी पीने के बाद क्या पीके फिर अपने पुराने घर लौट रहे हैं .उनकी टिपण्णी से तो ऐसा ही लग रहा है .आखिर पीके की जरूरत ही क्या है ?आज की जनादेश चर्चा इसी पर .
प्रशांत किशोर ने ये क्यों कहा कि राहुल गाँधी भ्रम में न रहें क्यों वे बीजेपी के लंबे समय तक बने रहने की बात कर रहे हैं क्या काँग्रेस में महत्वपूर्ण पद और अहमियत हासिल करने की कोशिश में वे नाकाम हो गए हैं और ये बयानबाज़ी उसी का नतीजा है?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। पीके : बीजेपी दशकों तक कहीं नहीं जाने वाली, राहुल नहीं समझते । पीके बोले - मोदी को लोग नकार भी दें फिर भी बीजेपी रहेगी
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा लंबे वक़्त से है। लेकिन प्रशांत किशोर बाहर रहकर ही लगातार कांग्रेस को नसीहत और सलाह दे रहे हैं।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कयास लगाए ही जा रहे हैं कि इस बीच उन्होंने अब पंजाब में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया है।
क्या है प्रशांत किशोर की ‘काँग्रेस सुधार योजना’ का सच? क्या काँग्रेस उन्हें उद्धारक बनाने को तैयार होगी? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं राजेश बादल, अशोक वानखेड़े, सतीश के सिंह, अरविंद सिंह-