फिर कांग्रेस का बैंक खाता क्यों सील कराया गया? क्या पीएण मोदी को ‘चार सौ पार’ नारे पर भरोसा नहीं है और मीडिया में बनायी जा रही छवि भी उन्हें जीत को लेकर आश्वस्त नहीं कर पा रही है?
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने गुरुवार 21 मार्च को दिल्ली में कहा कि भारतीय लोकतंत्र संकट में है, अभी जो हालात हैं उसमें निष्पक्ष चुनाव मुश्किल हैं। कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज करके हमे चुनाव लड़ने के लिए पंगु किया जा चुका है। जानिए, इन नेताओं ने और क्या कहाः
सांसद दानिश अली ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी से गुरुवार को मुलाकात की है। सूत्रों का कहना है कि दानिश अली बहुत जल्द कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। वह लोकसभा चुनाव 2024 में अमरोहा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
गुरुवार रात 8 से 10 बजे तक दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति या सीईसी की पहली बैठक हुई। इस बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन पर चर्चा की गई। समिति अब जल्द ही उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर सकती है।
राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव 27 फरवरी को होना है। विधानसभा में विधायकों की संख्या के हिसाब से देखे तो जो समीकरणों बैठ रहे हैं उसके मुताबिक भाजपा दो और कांग्रेस एक सीट पर चुनाव जीत सकती है।
बुधवार 14 फरवरी को कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है।
15 राज्यों से राज्यसभा के कुल 56 सदस्य की अवधि अप्रैल में पूरी हो रही है। इन सीटों के लिए चुनाव 27 फरवरी को चुनाव होंगे। इसके लिए कई दलों ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। वह राज्यसभा जायेंगी। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है।
राममंदिर उद्घाटन में जाने से सोनिया का इंकार । क्या ये कांग्रेस को बहुत नुक़सान करेगा ? क्या मुस्लिमों ने मुक़दमा लड़ कोई गलती की ? अटल बिहारी वाजपेयी के सलाहकार रहे सुधींद्र कुलकर्णी बीजेपी से लंबे समय तक जुड़े रहे । वो अब मोदी के आलोचक माने जाते हैं । आशुतोष ने उनसे राममंदिर और कांग्रेस के निमंत्रण इंकार पर लंबी बात की । वो क्यों कहते हैं कि कांग्रेस ने बड़ी गलती की है न जाकर ? उन्होंने एक अलग ही दलील दी है ।
आखिर राममंदिर के उद्घाटन में जाने पर कांग्रेस ने फ़ैसला कर लिया । पार्टी ने तय किया कि खडगे और सोनिया नहीं जायेंगे । क्या इससे कांग्रेस को फ़ायदा होगा या नुकसान ? आशुतोष ने साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, विवेक देशपांडे, अफ़रोज़ आलम, तुषार गुप्ता और शीतल पी सिंह ।
काफी माथापच्ची के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। क्या यह राजनीतिक रूप से बुद्धिमानी भरा कदम है? क्या इसका 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है क्योंकि बीजेपी इस इनकार को सोनिया-खड़गे के खिलाफ शस्त्रागार के रूप में इस्तेमाल करेगी।
राममंदिर का न्योता कांग्रेस की गले की हड्डी बना । क्यों नहीं कांग्रेस करती कोई फ़ैसला ? किस बात का है डर ? क्या वो बीजेपी की जाल में उलझ गई है या फिर उसे मुस्लिम वोटरों की नाराज़गी का ख़तरा है ! आशुतोष के साथ चर्चा में विजय त्रिवेदी, जय मृग, प्रिया सहगल, अमिताभ तिवारी, अफ़रीदा रहमान और ब्रिजेश शुक्ला
सोनिया और राहुल गांधी ने 2024 की पूर्व संध्या पर क्या संदेश देने की कोशिश की? क्या किचन से भी उन्होंने राजनीतिक संदेश दिया? सोनिया-राहुल के किचन में देखिए क्या पक रहा है....।
महाराष्ट्र के नागपुर में गुरुवार 28 दिसंबर को कांग्रेस की रैली होने जा रही है। नागपुर में आरएसएस का मुख्यालय भी है। कांग्रेस की इस रैली का राजनीतिक महत्व बहुत ज्यादा है। इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शामिल होंगे।