टेलीविज़न पागलपन बाँट रहा है और देश की पूरी आबादी पागलों की तरह लिंचिंग मॉब में तब्दील हो रही है। देश की नितांत गंभीर समस्याओं को दरी के नीचे डालने और बिहार चुनाव में सफलता हासिल करने के लिये सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु का दोहन किया जा रहा है। कोरोना बेरोज़गारी तबाह होती अर्थव्यवस्था और सीमा पर चीन द्वारा ज़मीन हथियाना संवाद से बाहर है, आगाह कर रहे हैं शीतल पी सिंह।