पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफ़आई) पर प्रतिबंध लगाने की माँग ज़ोर पकड़ती जा रही है। कर्नाटक में पिछले दिनों भड़की हिंसा के बाद एक बार फिर से अलग-अलग संगठन और राजनीतिक पार्टियाँ पीएफ़आई के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद करने लगी हैं। पीएफ़आई और उसके राजनीतिक संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया (एसडीपीआई) की सारी गतिविधियाँ संदेह के घेरे में हैं।
पीएफ़आई पर जल्द प्रतिबंध लगा सकती है केंद्र सरकार, साक्ष्य जुटा रहीं एजेंसियां
- देश
- |
- |
- 15 Aug, 2020

पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफ़आई) पर प्रतिबंध लगाने की माँग ज़ोर पकड़ती जा रही है।
2006 में बने इस संगठन पर इसलामिक कट्टरता को बढ़ावा देने, साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश करने, हिंसक वारदातों को अंजाम देने के लिए युवकों को भड़काने, हवाला रैकेट चलाने जैसे कई गम्भीर आरोप हैं।