निश्चित रूप से अशोक गहलोत और मनीष तिवारी जैसे पुराने और कांग्रेस के बड़े नेताओं के खुलकर खड़गे के समर्थन में आने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे का पलड़ा भारी हो गया है। दूसरी ओर, शशि थरूर के समर्थन में अभी तक किसी भी बड़े नेता ने इस तरह की अपील नहीं की है।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए 17 अक्टूबर को वोटिंग होनी है और 19 अक्टूबर को मतों की गिनती के साथ ही नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। इस चुनाव में खड़गे के सामने पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर को दक्षिण भारत से कांग्रेसियों का वो समर्थन नहीं मिल रहा है, जिसकी उन्हें उम्मीद थी। 6 अक्टूबर को तमिलनाडु के अधिकांश कांग्रेसी प्रतिनिधि थरूर की बैठक में आए ही नहीं। केरल के बाद तमिलनाडु ने भी थरूर को निराश किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल शशि थरूर ने रविवार को पीटीआई और एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि वो प्रत्याशियों के बीच में डिबेट को तैयार हैं। थरूर ने यह भी कहा कि खड़गे बहुत सीनियर हैं लेकिन वो बदलाव नहीं ला सकते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज 2 अक्टूबर से अपना अभियान शुरू कर दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैंने शशि थरूर से कहा था कांग्रेस अध्यक्ष आम राय से बनना चाहिए।
खड़गे साल 1969 में पहली बार गुलबर्ग शहर कांग्रेस के अध्यक्ष बने और 1972 में विधानसभा का चुनाव लड़ा। इसके बाद वह 8 बार विधायक का चुनाव जीते। साल 1976 में पहली बार उन्हें देवराज उर्स की सरकार में मंत्री बनाया गया था।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्मीदवारी से कांग्रेस को क्या फायदा होगा? क्या दलित और दक्षिण भारत से उनके होने का फायदा कांग्रेस को 2024 में मिल पाएगा?
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में 8 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकते हैं और एक से ज्यादा उम्मीदवार होने की सूरत में 17 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 19 अक्टूबर को मतों की गिनती के साथ ही नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। देखना होगा कि क्या कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए मतदान की स्थिति आएगी।
संसद सत्र के दौरान ही कांग्रेस के राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे को ईडी का समन क्या राज्यसभा सांसद के विशेषाधिकार का उल्लंघन नहीं है? चुनाव आयोग इस पर क्यों मौन है?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार के रोजगार देने के दावों की आज राज्यसभा में पोल खोलकर रख दी। जानिए उन्होंने बीजेपी को लेकर क्या-क्या कहा।
अगस्त महीने में संसद में महिला सांसदों के साथ कथित तौर पर धक्का-मुक्की के मामले का हवाला देते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्यों मांग की कि संसद से बाहरी सुरक्षा बलों को हटाया जाए?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। CBI-ED अध्यादेश: खड़गे बोले संसद में उठाएंगे मुद्दा, विपक्ष एकजुट रहे । 'वे सब नियंत्रित करना चाहते हैं जैसे वे 100 साल तक शासन करने जा रहे हैं'
संसद के मानसून सत्र के अंतिम दिन राज्यसभा में हंगामे को लेकर जाँच कमेटी गठित करने के प्रस्ताव पर विपक्ष ने कहा है कि लगता है कि यह सांसदों को डराकर चुप कराने के लिए है।