जुलाई में पचास लाख लोगों की नौकरी गई? अप्रैल से अब तक 1.9 करोड़ की! और कितने बेरोज़गार होंगे? किसका काम बचेगा, किसका जाएगा? भारत की सबसे बड़ी स्टाफिंग कंपनी टीमलीज़ के चेयरमैन मनीष सभरवाल से आलोक जोशी की बातचीत। Satya Hindi
मीडिया के ज़रिए सरकार देश के हाल से ध्यान बँटाने में कामयाब है । रिटायर्ड IAS राजू शर्मा, अर्थशास्त्र के प्रोफ़ेसर सुरजीत दास और वरिष्ठ पत्रकार शरद गुप्ता से शीतल के सवालों का यही निष्कर्ष है । केंद्र सरकार ने राज्यों को जीएसटी का उनका हिस्सा तक देने से फ़िलहाल मना कर दिया है पर मीडिया चीन रफाल राम मंदिर पर ही केंद्रित है । ऐसा क्यों है?
लॉकडाउन के दौरान लगातार लोगों का रोज़गार छिन रहा है। और अब ये आँकड़ा बढ़कर 67 फ़ीसदी हो गया। अज़ीम प्रेम जी यूनिवर्सिटी के द्वारा सिविल सोसाइटी की 10 संस्थाओं के साथ किए गए सर्वे में यह जानकारी सामने आई है। Satya Hindi
कोरोना रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन से अब तक 12.20 करोड़ लोगों की नौकरी चली जा चुकी है। स्थिति और भयावह हो सकती है। आगे क्या होगा हाल, सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
कोरोना वायरस संक्रमण का देश की अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा, इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है। संक्रमण रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से 12 करोड़ से ज़्यादा लोगों की रोज़ी-रोटी छिन गई है।Satya Hindi
लॉकडाउन के बाद बेरोज़गारी दर भयावह बढ़ गई है। लॉकडाउन से पहले 15 मार्च वाले सप्ताह में जहाँ बेरोज़गारी दर 6.74 फ़ीसदी थी वह तीन मई को ख़त्म हुए सप्ताह में बढ़कर 27.11 फ़ीसदी हो गई है।
लॉकडाउन: 30 मार्च से 5 अप्रैल के दौरान यानी छह दिन में बेरोज़गारी दर बढ़कर 23.4 प्रतिशत हो गई है। जबकि पूरे मार्च महीने में यह दर 8.7 फ़ीसदी थी। मार्च का यह आँकड़ा 43 महीनों में सबसे ज़्यादा था। Satya Hindi
विश्व बैंक, आईएमएफ़, एशियन डेवलपमेंट बैंक समेत तमाम एजेन्सियों का कहना है कि भारत की अर्थव्यवस्था पर कोरोना का बेहद बुरा असर होगा। क्या होगा? क्या करोड़ों लोग बेरोज़गार हो जाएंगे? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों, दिहाड़ी मज़दूरों और शहरी तथा ग्रामीण इलाक़ों में रहने वाले ग़रीबों के लिए एक लाख सत्तर हज़ार करोड़ के पैकेज की घोषणा की है।
दिसंबर में बेरोज़गारी की दर में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई, पर शहरी बेरोज़गारी की दर बढ़ कर 9.7 प्रतिशत हो गई। सेंटर फ़ॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) ने यह जानकारी दी है।