कश्मीर से जुड़ी वैसे तो कई 'फाइलें' हैं, लेकिन क्या आपको वह 'फाइल' याद है जो 5 अगस्त 2019 को अस्तित्व में आयी थी? क्या आपको पता है कि क़रीब ढाई साल में सुप्रीम कोर्ट में वह 'फ़ाइल' कहां पहुँची?
अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान क्या देश को दशकों पीछे धकेल रहा है? आख़िर वह ऐसे दकियानूसी विचार क्यों थोप रहा है जो क्रूर, महिला विरोधी, मानवाधिकारों के ख़िलाफ़ है?
हिंदी पत्रकारिता जगत के पुरोधा और सदी के महान संपादक के रूप में याद किए जाने वाले राजेंद्र माथुर की आज पुण्यतिथि है। पुण्यतिथि पर उनकी याद दिलाता यह लेख।
पूर्व की सरकारों में मुसलिम समुदाय के लिए उठाए गए कदमों को तुष्टिकरण बताने वाले बीजेपी तथा आरएसएस अब उससे भी आगे बढ़कर कदम उठा रहे हैं। इसे तुष्टिकरण कहा जाए या सद्भाव?
पूर्वोत्तर से लेकर उत्तर प्रदेश और कई राज्यों में दूसरे दलों से आए नेताओं को बीजेपी में बड़े पद मिल रहे हैं। क्या इससे पार्टी के पुराने नेताओं में किसी तरह की बेचैनी है?
साल 2014 के बाद से ही नेहरू के नाम को सभी जगहों से मिटाने की कोशिश की जा रही है। इतिहास में इसे लेकर प्रतिक्रिया जरूर होगी लेकिन सवाल यह है कि मौजूदा निजाम को नेहरू से इतनी परेशानी क्यों है?
मोदी सरकार और बीजेपी पर नेहरू-गांधी परिवार को अपमानित करने और पूर्व की सरकारों के खिलाफ आपत्तिजनक अभियान चलाने के आरोप लगते हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का यह कहना कि उनकी पार्टी सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का सम्मान करती है यह बात गले से नीचे नहीं उतरती।
उत्तर प्रदेश में अपने दूसरे कार्यकाल में क्या योगी आदित्यनाथ के हाथ बांधने की कोशिश मोदी और शाह ने की है? क्या मंत्रिमंडल के गठन में योगी आदित्यनाथ की नहीं चली?
'वर्ल्ड हैपिनेस रिपोर्ट’ यानी 'वैश्विक प्रसन्नता सूचकांक-2022’ में भारत को इस बार 136वां स्थान मिला है। 146 देशों में भारत का स्थान इतने नीचे है, जितना अफ्रीका के कुछ बेहद पिछड़े देशों का है।
बदले वैश्विक हालात में क्या दुनिया के बड़े संगठनों के अस्तित्व ख़तरे में हैं? इन संगठनों पर यूक्रेन संकट और भारत-चीन के बीच ख़राब रिश्तों का कितना असर पड़ रहा है?