शाहरुख़ ख़ान की ‘पठान’ देश में पांच सौ करोड़ और विदेश में हज़ार करोड़ का कारोबार करने वाली फिल्म हो गई है। हालाँकि जो लोग ‘पठान’ के बहिष्कार के विरुद्ध शाहरुख़ ख़ान का समर्थन करने के लिए यह फिल्म देखने गए थे, वे ‘पठान’ देखकर ख़ासे मायूस हुए। उनकी नज़र में यह एक वाहियात फिल्म है जिसमें न कोई कहानी है न संवेदना, बस बहुत सतही क़िस्म के राष्ट्रवाद का बहुत जाना-पहचाना और पिटा हुआ घोल है।
आखिर ‘पठान’ क्यों कामयाब है? जानें असली वजह
- सिनेमा
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- 28 Feb, 2023


पठान फिल्म क्या शाहरुख ख़ान की लोकप्रियता से सुपरहिट हुई? क्या फिल्म इतनी बेहतरीन है या फिर बहिष्कार के आह्वान से फिल्म ने 1000 करोड़ की कमाई कर ली? दरअसल, सचाई कुछ और है। जानें फिल्म कैसे सुपरहिट हुई।
लेकिन यह फिल्म फिर इतनी कामयाब क्यों हुई? क्या बस इसलिए कि शाहरुख़ समर्थकों ने इसके बहिष्कार को बेमानी बनाने के लिए कमर कस ली थी? अगर यह सच होता तो भारतीय राजनीति की सूरत बदली हुई होती। क्योंकि तब सांप्रदायिक या हिंदूवादी आधारों पर राजनीति या बहिष्कार का एजेंडा उसी तरह खारिज कर दिया जाता, जिस तरह वह इस फ़िल्म के संदर्भ में ख़ारिज कर दिया गया।

























