क्या महाराष्ट्र में चुनाव से पहले पहली बार साथ आने वाली कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी आख़िर 2024 के लिए सीट-शेयरिंग किस तरह कर पाएँगे? क्या उनके बीच में सहमति बनना इतना आसान है?
महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के प्रमुख गठबंधन एमवीए ने शरद पवार के निवास से एकजुटता का संदेश दे दिया है। हाल ही में एमवीए में बिखराव आ गया था। लेकिन कर्नाटक के नतीजों ने विपक्षी दलों को उत्साह से भर दिया है।
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी गठबंधन में क्या फूट की आशंका है? जानिए आख़िर क्यों उद्धव ठाकरे खेमे के नेता संजय राउत ने अजित पवार और बीजेपी को लेकर क्या कहा।
महाराष्ट्र में क्या समय से पहले विधानसभा चुनाव होगा? आख़िर ऐसी रिपोर्टं क्यों आ रही हैं कि राज्य में बीजेपी इकाई समय से पहले चुनाव कराना चाहती है? आख़िर वजह क्या है?
महाराष्ट्र की राजनीति में सोमवार को बड़ा समीकरण नजर आया। उद्धव ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर ने नए गठबंधन की घोषणा की। उद्धव ने उम्मीद जताई कि कांग्रेस और एनसीपी भी इस गठबंध में रहेंगे।
जून में महा विकास आघाडी की सरकार गिरने के बाद यह पहला प्रदर्शन था जिसमें कांग्रेस, एनसीपी और उद्धव गुट के कार्यकर्ता एक साथ शामिल हुए। महा विकास आघाडी ने एकजुटता के साथ ही अपनी सियासी ताकत भी दिखाई।
महाराष्ट्र के प्रोजेक्ट्स गुजरात ले जाने का मुद्दा क्या प्रदेश में नया राजनीतिक ध्रुवीकरण खड़ा करेगा ? क्या यह मुद्दा कोई सियासी रंग दिखा पायेगा ? या यूं कह लें कि क्या यह मुद्दा भारतीय जनता पार्टी द्वारा जोड़ तोड़ कर बनाये गए नए सत्ता समीकरण के लिए नयी चुनौती साबित होगा ? संजय राय ने इन्हीं सवालों को उठाया है।
शिवसेना के बागी और बीजेपी अक्सर एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना गठबंधन को अप्राकृतिक बताते रहे हैं। उस पर शिवसेना के मुखपत्र सामना में संजय राउत ने तीखी टिप्पणी की है। संजय राउत ने सवाल किया है कि जब एनसीपी और बीजेपी का गठबंधन 2019 में हुआ था तो वो क्या था, प्राकृतिक या अप्राकृतिक।