Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।तालिबान को मान्यता देने पर भारत बोला - अभी जल्दबाजी होगी। पुनिया : राज्य में नेतृत्व का मुद्दा है, हम संबोधित कर रहे हैं
अमेरिका के 68 सांसदों ने राष्ट्रपति जो बाइडन से पूछा है कि वे बताएं कि उनके पास इस बात की क्या योजना है तालिबान पाकिस्तान को अस्थिर कर उससे परमाणु हथियार न हासिल कर ले।
काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम हुए दो धमाकों में अफ़ग़ानिस्तान के क़रीब 160 सिख और हिंदू नागरिक बाल-बाल बच गए। वे सभी भी अफ़ग़ानिस्तान से बाहर निकलने के प्रयास में लगातार एयरपोर्ट पर रहे थे।
अफग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े से पाकिस्तान खुश है मगर वह उसके लिए समस्या भी बन सकता है? अफग़ान शरणार्थियों की बाढ़ को वह कैसे रोकेगा? क्या वह तालिबान के कट्टरवाद से खुद को बचा पाएगा?
तालिबान ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान को बैठ कर बातचीत के जरिए आपसी विवाद सुलझा लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को विवादित इलाके के प्रति सकारात्मक रवैया रखना चाहिए।
तालिबान ने तीन मंत्री नियुक्त किए हैं, जिनमें दो दागी हैं। रक्षा मंत्री उस व्यक्ति को बनाया गया है जो आतंकवादियों के लिए बदनाम ग्वांतोनामो जेल में बंद थे।
तालिबानी लड़ाके अफ़ग़ानिस्तान की पंजशिर घाटी के पास पहुँच गए हैं और इसने ने दावा किया है कि उसने पंजशिर के आसपास के तीन ज़िलों पर फिर से कब्जा कर लिया है।
अफ़ग़ानिस्तान से निकलने के लिए तय समय सीमा 31 अगस्त के बाद भी अमेरिकी सेना के रुकने के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के संकेत पर तालिबान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उसने कहा है कि देरी होती है तो इसके नतीजे भुगतने होंगे।
सरकार ने तालिबान पर सर्वदलीय बैठक बुलायी । सरकार दुविधा में । क्या करे, क्या न करे ? तालिबान को मान्यता दे या न दे ? आशुतोष के साथ चर्चा में विनोद शर्मा, स्मिता शर्मा, धनंजय त्रिपाठी, अनोहिता मजूमदार और आलोक जोशी ।