इस मामले में एक वीडियो भी सामने आया जिसमें यह कहा गया कि पुलिस नाबालिग के शव को लेकर भाग रही है। लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस कुछ छुपाने के लिए ऐसा कर रही है लेकिन पुलिस ने इस तरह के आरोपों को खारिज कर दिया है।
परिजनों ने शुरुआत में दोनों बहनों का अंतिम संस्कार करने से इनकार किया। लेकिन बाद में प्रशासन के द्वारा वित्तीय सहायता दिए जाने और कार्रवाई करने की मांग माने जाने के बाद वे अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए।
क़ानून व्यवस्था दुरुस्त होने का दम भरने वाले यूपी में आज एक भयावह घटना सामने आई है। लखीमपुर खीरी के निघासन में एक पेड़ में फंदे से लटकी हुई दो नाबालिग बहनों की लाशें मिली हैं।
रहन-सहन के बदलते तौर-तरीक़ों से बच्चों में मोबाइल गेम की लत लगने का ख़तरा है और यह इस हद तक है कि वे झगड़ा कर लेते हैं और हत्या करने जैसे क़दम भी उठा रहे हैं।
पुलिस थाने में एसएचओ पर नाबालिग से बलात्कार का आरोप बेहद गंभीर है। क्या इस मामले में भी अभियुक्तों के घरों पर पुलिस बुलडोजर चलाए जाने जैसी कोई कार्रवाई करेगी?
मॉल में बिल को लेकर हुई बहस के नाम पर क्या किसी शख़्स को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया जाएगा? नोएडा पुलिस को बृजेश के हत्यारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
यूपी में कानून व्यवस्था का हाल बहुत खराब है लेकिन विपक्ष के नेता अखिलेश यादव और मायावती क्या कर रहे हैं। वे योगी सरकार को कटघरे में खड़ा क्यों नहीं करते?
ग्रीक दार्शनिक अरस्तू ने कहा था कि “एक व्यक्ति का शासन होने से अच्छा है कि कानून का शासन हो, क्योंकि ऐसा होने से कानून के संरक्षक को भी कानून का पालन करना पड़ता है”।