पश्चिमी यूपी मेंहोटल, ढाबा, रेहड़ी, पटरी पर सामान बेचने वाले शख्स का नाम लिखे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस पर बोल चुके हैं।
यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार के आदेश पर पश्चिमी यूपी पुलिस ने मनमाना आदेश जारी करके दुकानदारों से अपना और अपने कर्मचारियों के नाम दुकानों, ठेलों, फड़ों पर लिखने को कहा है। लेकिन यह आदेश तमाम राजनीतिक और सिविल सोसाइटी के लोग आपत्तिजनक बता रहे हैं। इसे हिटलर युग में की गई कार्रवाई के रूप में याद किया जा रहा है। जानिए पूरा घटनाक्रमः
यह अपने आप में हास्यास्पद है कि कोई मुख्यमंत्री अपनी पार्टी की हार के लिए दूसरे समुदाय को जिम्मेदार ठहराए। लेकिन असम के मुख्यमंत्री ने भाजपा की हार के लिए ईसाइयों को जिम्मेदार ठहराने में देर नहीं लगाई। लेकिन उत्तर पूर्व भारत के लोग तो कुछ और बता रहे हैं कि भाजपा को यहां क्यों झटका लगा। आप भी जानिएः
भाजपा अयोध्या में चुनाव हार गई। उसके समर्थक अयोध्या यानी फैजाबाद लोकसभा सीट के हिन्दुओं को नमकहराम और न जाने किन-किन विशेषणों से सुशोभित रहे हैं। लेकिन अयोध्या में टूटे हजारों मकानों-दुकानों से आते चीत्कार को राम को लाने वाले सुनने को तैयार नहीं। स्तंभकार और जाने-माने चिंतक अपूर्वानंद ने अयोध्या की हार-जीत पर विचारों का फौलादी हथौड़ा चलाया है। देशभक्तों के लिए एक जरूरी लेखः
क्या काँग्रेस नरम हिंदुत्व से उग्र हिंदुत्व की काट कर पा रही है? कमलनाथ, भूपेश बघेल और अशोक गहलौत की कोशिशें क्या बताती हैं? कहीं उसकी नरम हिंदुत्व की नीति हिंदुत्व को और भी खाद-पानी नहीं दे रही है? डॉ. मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं- श्रवण गर्ग, डॉ. रविकांत, पूर्णिमा त्रिपाठी, विवेक देशपांडे-
चार राज्यों में चुनावी नतीजों के बाद राहुल गाँधी ने यह ज़रूर कहा है कि विचारधारात्मक संघर्ष जारी रहेगा लेकिन क्या कॉंग्रेस पार्टी इसका पूरा मतलब समझती है और उसमें यक़ीन करती है?
राम मंदिर का उद्घाटन किसे करना चाहिए? देश की चार प्रमुख पीठों के सभी शंकरचार्यों से बेहतर कौन व्यक्ति हो सकता है जो भारत में हिन्दू धर्म का प्रतिनिधि होता? पीएम मोदी के उद्घाटन करने के मायने क्या हैं?
Satya Hindi news Bulletin हिंदी समाचार बुलेटिन । बीजेपी के हिंदुत्व का कैसे मुक़ाबला कर रहे हैं गहलोत ! | ग़ज़ा में इजराइली थल सेना का प्रवेश नहीं होगा आसान, पेश आयेंगी ये चुनौतियां
जबकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई सामाजिक-आर्थिक सुधार किए हैं और लोगों को अद्वितीय स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की हैं, लेकिन उन्हें अभी तक भाजपा के हिंदुत्व अतिरेक से निपटने के तरीके नहीं मिल रहे थे। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने इसका समाधान ढूंढ लिया है। और वह अपने स्वयं के हिंदी समर्थन आधार को प्रभावित किए बिना भाजपा के हिंदुत्व अभियान का मुकाबला करने के लिए एक कार्य योजना के साथ तैयार हैं।
धर्म और राष्ट्रवाद के आधार पर राजनीति करने का आरोप झेलने वाली बीजेपी के हिंदुत्व पर राहुल गांधी ने फिर से हमला किया है। जानिए, आख़िर उनकी रणनीति क्या है।
इस ‘हिंदू समय’ में कितना हिंदू विचार है और कितना हिंदू विरोध? क्या हिंदुत्व की राजनीति ने हिंदू धर्म के सामने वाक़ई एक गंभीर चुनौती नहीं खड़ी कर दी है? पढ़ें कांग्रेस से जुड़े पंकज श्रीवास्तव की टिप्पणी।
क्या अब समय आ गया है जब बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए? क्या बजरंग दल के तौर-तरीक़े आपराधिक-आतंकवादी संगठनों जैसे नहीं है? क्या उनकी हिंसक गतिविधियाँ देश में अशांति और अस्थिरता पैदा नहीं कर रही हैं? क्या अपनी राजनीति के लिए इस्तेमाल करने वाले मोदी बजरंगियों पर पाबंदी लगाने की हिम्मत दिखाएंगे? क्या विपक्षी दल अपने राज्यों में प्रतिबंध लगाने की शुरुआत कर सकते हैं?
क्या हिंदुत्व की राजनीति ने पूरे समाज का अपराधीकरण कर दिया है? कांस्टेबल चेतन कुमार द्वारा ट्रेन में हत्या करके क्या संदेश दिया है? उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक काबिल एसपी का ट्रांसफर करके क्या जताया है कि हिंदुत्ववादियों को दंगा करने की छूट दो? बजरंगियों द्वारा जारी किए गए एक आपत्तिजनक वीडियो के बाद हरियाणा में दंगे क्यों हुए?
कॉलेजों के क्लासरूम में टीचरों का पढ़ाना बहुत बड़ा संकट बनने जा रहा है। कुछ छात्र उस हिन्दुत्ववादी एजेंडे के तहत ही पढ़ना और सुनना चाहते हैं, जिसके लिए उन्हें तैयार किया गया है। लेकिन कोई टीचर किसी धार्मिक एजेंडे के तहत क्लासरूम में कैसे पढ़ा सकता है। स्तंभकार और चिन्तक अपूर्वानंद ने यही मसला इस बार उठाया है। जानिएः