विपक्षी एकता की दिशा में नए रास्ते बनते जा रहे हैं। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार 8 सितंबर को इस सिलसिले में बहुत महत्वपूर्ण बयान दिया। जानिए पूरी खबर।
टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पवन वर्मा ने शुक्रवार को पार्टी छोड़ दी। टीएमसी को एक के बाद एक आघात लग रहे हैं। पवन जेडीयू से आए थे। धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध पवन वर्मा जेडीयू से टीएमसी में थे। उन्होंने जेडीयू क्यों छोड़ी और अब टीएमसी को भी क्यों अलविदा कहा, इन सवालों को खोजती यह रिपोर्ट।
बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती का कहना है कि टीएमसी के 38 विधायक हमारे संपर्क में हैं। यह कह कर मिथुन क्या संकेत देना चाहते हैं। विपक्ष शासित राज्यों की सरकारों में तोड़फोड़ करने के क्रम में क्या अगला नंबर पश्चिम बंगाल का है। बीजेपी पर यह आरोप लगता रहा है कि वो विपक्ष की राज्य सरकारों को पसंद नहीं करती। जानिए और क्या कहा मिथुन चक्रवर्ती ने।
अपने मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के दो दिन बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि गलत काम का समर्थन वो नहीं कर सकतीं लेकिन साथ ही यह भी कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का सहारा लेकर बीजेपी हमारी पार्टी को तोड़ नहीं सकती।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को बीजेपी शासित केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि इसका शासन तानाशाह हिटलर से भी बदतर है। उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी माफिया के चंगुल में हैं। बीजेपी ने बीर भूम हिंसा मामले की जांच रिपोर्ट में यह बात कही है। ममता ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है।
केंद्र बनाम विपक्ष शासित राज्यों के बीच मतभेद बढ़ते जा रहे हैं। विवाद के तमाम मुद्दों पर विपक्षी एकजुटता के लिए जल्द ही उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन होगा। तमिलनाडु सीएम स्टालिन और ममता बनर्जी इसकी धुरी बन रहे हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने राज्यपाल धनखड़ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राज्यपाल लगातार राज्य सरकार पर छींटाकशी कर रहे थे। इस पर ममता बनर्जी ने उन्हें ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया। जानिए पूरी कहानी।
पणजी से उत्तरी गोवा के आरंबोल के रास्ते पर चलें तो कलंगूट से आगे बढ़ते ही सड़क के दोनों ओर जो बड़ी बड़ी होर्डिंग देख कर लगता है इस राज्य में चुनाव होने जा रहा है। और इन होर्डिंग में सबसे ज्यादा दिखने वाला चेहरा ममता बनर्जी का है । साफ है तृणमूल कांग्रेस गोवा में सबसे ज्यादा पैसा खर्च कर रही है ।
मोदी से लेकर ममता बैनर्जी तक सबको गौतम अदानी क्यों चाहिए? राहुल गाँधी अदानी-अंबानी को अगर कोसते हैं तो फिर काँग्रेस शासित राज्य उनकी सेवा में क्यों लगे रहते हैं? क्या बिना अदानी-अंबानी के आशीर्वाद के राजनीति मुमकिन नहीं? आशीर्वाद के एवज़ में अदानी-अंबानी पार्टियों और सरकारों से क्या वसूलते हैं? पूँजीपतियों और नेताओं का ये गँठजोड़ कैसे काम कर रहा है?
बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच चल रही चुनावी लड़ाई ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को एक चुनावी जंग में तब्दील कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी में से किसका पलड़ा भारी?