साल 2014 के बाद से ही नेहरू के नाम को सभी जगहों से मिटाने की कोशिश की जा रही है। इतिहास में इसे लेकर प्रतिक्रिया जरूर होगी लेकिन सवाल यह है कि मौजूदा निजाम को नेहरू से इतनी परेशानी क्यों है?
मोदी सरकार और बीजेपी पर नेहरू-गांधी परिवार को अपमानित करने और पूर्व की सरकारों के खिलाफ आपत्तिजनक अभियान चलाने के आरोप लगते हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का यह कहना कि उनकी पार्टी सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का सम्मान करती है यह बात गले से नीचे नहीं उतरती।
मोदी सरकार का गवर्नेंस मॉडल किसके लिए है? इससे किसको फ़ायदा हो रहा है? मिनरल वॉटर पीने वालों को या फिर दो वक़्त का खाना भी न खा पाने वालों को? वरिष्ठ पत्रकार एन के सिंह बता रहे हैं गवर्नेंस मॉडल का पूरा सच-
देश में संस्थाएँ क्या अपना ठीक से काम कर रही हैं? क्या रोजगार पर या विदेश मामले में स्पष्ट नीति है? चुनाव आयोग से लेकर क़ानून लागू करने वाली एजेंसियाँ तक अपना दायित्व निभा रही हैं?
पेगासस स्पाईवेयर के ज़रिए जासूसी क्या लोकतंत्र विरोधी और नागरिक स्वतंत्रता पर हमला नहीं है? क्या जिस तरह से इस मुद्दे को राहुल गांधी ने उठाया उसी तरह से दूसरी विपक्षी पार्टियाँ उठाएँगी?
कोरोना की दूसरी लहर के बाद धीरे-धीरे दूसरी सभी गतिविधियाँ शुरू हो गईं तो फिर जनगणना का काम शुरू क्यों नहीं हो सका है? इसके बिना सरकार अपनी नीतियां और जनकल्याणकारी योजनाएं कैसे बनाएगी?
मुआवजा देने के लिए किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के बारे में किसान संगठन के आँकड़े क्या सरकार इस्तेमाल नहीं कर सकती है? जानिए मोदी सरकार ने मुआवजा देने के सवाल पर क्या कहा।
रोम में विश्व शांति सम्मेलन में आमंत्रित तृणमूल नेता ममता बनर्जी को क्या केंद्र सरकार ने जानबूझ यात्रा की मंजूरी नहीं दी है? क्या केंद्र सरकार को इससे ईर्ष्या है? जानिए, ममता ने क्या-क्या आरोप लगाए?
जाति जनगणना पर विपक्षी दलों व अपने ही नेताओं के दबाव के बाद भी बीजेपी अपनी राय बदलने को तैयार क्यों नहीं है? जानिए केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट के सामने क्या दलील रखी? क्या जेडीयू, अपना दल जैसे बीजेपी के सहयोगी दल शांत बैठेंगे?